एयर इंडिया विमान हादसे पर विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की शुरुआती जांच रिपोर्ट आ गई है। अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर पीटर गोएल्ज ने कहा है कि भारत के विमान दुर्घटना ब्यूरो की सराहना की जानी चाहिए, ब्यूरो ने इतनी विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार की है। यह विमान बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 था। विमान बनाने वाली कंपनी बोइंग ने कहा है कि हमारी संवेदनाएं जान गंवाने वाले लोगों के साथ है।
12 जून को अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट यह विमान जा रहा था। एयर इंडिया का बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान उड़ान के महज 32 सेकेंड के बाद ही क्रैश हो गया। यह विमान करीब 12 साल पुराना है। उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर पर यह विमान गिरा और हादसा ग्रस्त हो गया।
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विमान हादसे पर क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट?
एविएशन विशेषज्ञ सनत कौल ने बताया, 'हादसे की वजह विमान में आई तकनीकी खराबी थी। रिपोर्ट में बताया गया कि विमान के उड़ान भरते समय फ्यूल की सप्लाई अचानक बंद हो गई। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से साफ है कि न तो कमांडर और न ही को-पायलट ने जेट ईंधन स्विच को बंद किया था। यह साफ तौर पर विमान में किसी खराबी की वजह से हुआ, जिसकी वजह से जेट फ्यूल स्विच अपने आप बंद हो गया।'
एक और एविएशन विशेषज्ञ एहसान खालिद ने कहा, 'पायलटों को पता था कि इंजन का थ्रस्ट अचानक खत्म हो गया है। उन्हें यह भी मालूम था कि उन्होंने कुछ भी नहीं किया है। AAIB की रिपोर्ट में हादसे की वजहें तलाशी जा रही हैं। और तकनीकी खराबी पर भी ध्यान दिया जा रहा है। अंतिम निष्कर्षों के लिए अभी और जांच की जरूरत है।'
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हादसे के बारे में अब तक क्या पता है?
विमान हादसे पर AAIB ने कहा है कि विमान के दोनों इंजन में ईंधन पहुंचाने वाले स्विच बंद हो गए थे। इसके बाद पायलटों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ईंधन क्यों बंद किया, जवाब मिला कि उसने ऐसा नहीं किया। रिपोर्ट के मुताबिक जब विमान ने उड़ान भरी उस समय सह-पायलट विमान उड़ा रहा था। कप्तान निगरानी कर रहा था। विमान हादसे की जांच अभी जारी है।