आंध्र प्रदेश की चंद्रबाबू नायडू सरकार ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (TCS) को विशाखापट्टनम में जमीन देने जा रही है। नायडू सरकार ने मंगलवार को ही इस जमीन को देने को मंजूरी दी है। इस जमीन पर IT हब बनाया जाएगा।
दिलचस्प बात यह है कि विशाखापट्टनम में सरकार ने यह जमीन महज 99 पैसे पर दे दी है। सरकार ने जिस जमीन को TCS को देने की मंजूरी दी है, वह 21.16 एकड़ की है।
कहां है यह जमीन?
TCS को जो जमीन मिली है, वह विशाखापट्टनम के रुशिकोंडा इलाके में है। यह वही इलाका है, जहां 2021 में तत्कालीन सीएम जगन मोहन रेड्डी ने एक डेवलपमेंट प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। इस इलाके को राजधानी के तौर पर विकसित किया जाना है। रुशिकोंडा इलाके के हिल नंबर 3 पर TCS को यह जमीन अलॉट की गई है।
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होगा क्या इस जमीन पर?
चंद्रबाबू नायडू की सरकार अब विशाखापट्टनम को IT हब के तौर पर विकसित करने की तैयारी कर रही है। इसी मकसद से यहां पर TCS को जमीन दी गई है।
विशाखापट्टनम में IT कंपनी खोलने के लिए पिछले साल अक्टूबर में नायडू सरकार में आईटी मंत्री नारा लोकेश ने TCS के हेडक्वार्टर का दौरा भी किया था। बताया जा रहा है कि इसी दौरान उन्होंने TCS के अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी और उनके सामने आंध्र प्रदेश में निवेश करने का प्रस्ताव रखा था।
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TCS क्या करेगी यहां?
टाटा ग्रुप की TCS यहां पर IT डेवलपमेंट सेंटर बनाएगी। माना जा रहा है कि अगले 2-3 साल में यह प्रोजेक्ट पूरा हो सकता है।
इस प्रोजेक्ट के तहत, TCS यहां पर 1,370 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद 12 हजार नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है।
मगर 99 पैसे में क्यों?
नायडू सरकार ने 21.16 एकड़ की यह जमीन TCS को मात्र 99 पैसे में देने को मंजूरी दी है। असल में यह 'प्रतीकात्मक' है। 99 पैसे में यह जमीन इसलिए दी गई है, ताकि कंपनी को निवेश के लिए आकर्षित किया जा सके। कंपनी जब यहां निवेश करेगी तो इससे न सिर्फ विकास होगा, बल्कि हजारों नौकरियां भी पैदा होंगी।
बताया जा रहा है कि नायडू सरकार ने 99 पैसे में यह जमीन TCS को लीज पर दी है। हालांकि, यह कितने साल की लीज पर है, इसे लेकर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
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गुजरात में हो चुका है ऐसा
99 पैसे में जमीन देने की परंपरा नई नहीं है। पहले भी ऐसा होता रहा है। 2008 में गुजरात के मुख्यमंत्री जब नरेंद्र मोदी थे तो उन्होंने साणंद में टाटा मोटर्स को 99 पैसे में जमीन दी थी। यहां टाटा मोटर्स ने टाटा नैनो के लिए प्लांट खोला। हालांकि, बताया जाता है कि टाटा मोटर्स को यह 1,100 एकड़ जमीन 400 करोड़ में पड़ी थी।