हाल ही में योग गुरु रामदेव ने 'शरबत जिहाद' शब्द का उपयोग करते हुए एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने कुछ शर्बत और सॉफ्ट ड्रिंक्स पर विवादास्पद टिप्पणी की। उन्होंने इन शर्बत की तुलना 'टॉयलेट क्लीनर' से की और दावा किया कि इनसे होने वाली कमाई का इस्तेमाल 'मदरसे और मस्जिदों' को बनाने में होता है। ठीक इसके विपरीत, उन्होंने पतंजलि के शरबतों को स्वस्थ और स्वदेशी ऑप्शन के रूप में पेश किया।
रामदेव के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गु्स्सा फूट पड़ा। कई यूजर्स ने बाबा रामदेव को इ्स्लामोफोबिया फैलाने और अपने प्रोडक्ट्स की बिक्री के लिए सांप्रदायिकता का सहारा लेने का आरोप लगाया। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि बाबा रामदेव जिस 'शरबत' की बात कर रहे थे, वह 'रूह अफजा' है, जिसे एक हिंदू स्वामित्न वाली कंपनी बनाती है। यह पहली बार नहीं है जब रामदेव विवादों में घिरे हैं। इससे पहले भी उनके बयानों और पतंजलि प्रोडटक्ट के ऐड को लेकर कई विवाद उठे हैं।
यह भी पढ़ें: दिल्ली से लेकर MP तक गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड, आज बारिश से मिलेगी राहत
ऐसा क्या कहा था?
रामदेव के वायरल वीडियो में वह कहते नजर आ रहे है, 'ठंडा मतलब टॉयलेट क्लीनर। ये जो रूह अफजा हैं, ये भी 'शरबत जिहाद' का हिस्सा हैं। इनसे होने वाली कमाई मदरसों और मस्जिदों में जाती है।' रामदेव का दावा था कि ये विदेशी ब्रांड्स और कुछ पांरपरिक पेय पदार्थ शरीर के लिए हानिकारक हैं। वहीं पतंजलि के प्रोडक्ट को स्वदेशी ऑप्शन बताया। बाबा रामदेव के इस बयान को कई लोगों ने भड़काऊ और सांप्रदायिक बताया और कहा कि इस तरह के शब्द इस्लामोफोबिया फैलाते है। एक्स, इंस्टाग्राम पर लोगों ने रामदेव की आलोचना की है।
फेसबुक पर पोस्ट यह वीडियो
इस वीडियो को फेसबुक पर ‘पतंजलि प्रोडक्ट्स’ ने हिंदी में कैप्शन के साथ शेयर किया है जिसमें लिखा है, 'शरबत जिहाद' के नाम पर बेचे जा रहे टॉयलेट क्लीनर और कोल्ड ड्रिंक के जहर से अपने परिवार और मासूम बच्चों को बचाएं। घर पर सिर्फ़ पतंजलि शरबत और जूस लाएं।' इसे 'शरबत जिहाद' बताते हुए उन्होंने इसकी तुलना 'लव जिहाद' और 'वोट जिहाद' से की और कहा कि लोगों को इससे खुद को बचाना चाहिए। फेसबुक पर शेयर किए गए इस वीडियो को 37 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है।