बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में 4 जून को मची भगदड़ पर कर्नाटक सरकार ने हाई कोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दी है। इस भगदड़ के लिए कर्नाटक सरकार ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को जिम्मेदार ठहराया है। इस रिपोर्ट में कर्नाटक सरकार ने विराट कोहली का भी जिक्र किया है। सरकार ने दावा किया है कि IPL में जीत के बाद विक्ट्री परेड के लिए RCB ने कोई अनुमति नहीं मांगी थी। इस बीच कर्नाटक के मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा कि भगदड़ के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, 3 जून को IPL का फाइनल मुकाबला RCB जीत गई थी। इसके बाद अगले दिन 4 जून को चिन्नास्वामी स्टेडियम में विक्ट्री परेड का आयोजन किया गया था। इस दौरान यहां भगदड़ मच गई थी। इस भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 50 से ज्यादा घायल हो गए थे।
इस पर कर्नाटक हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया था। इस भगदड़ को लेकर हाई कोर्ट ने सरकार से रिपोर्ट मांगी थी। गुरुवार को सरकार ने हाई कोर्ट में रिपोर्ट जमा कर दी। इस रिपोर्ट में RCB पर मिसमैनेजमेंट का आरोप लगाया है।
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रिपोर्ट में सरकार ने क्या कहा? 5 पॉइंट्स
- कोई इजाजत नहीं लीः इवेंट मैनेजमेंट कंपनी DNA ने विक्ट्री परेड की अनुमति नहीं ली थी। 3 जून को ही RCB की विक्ट्री परेड के बारे में पुलिस को बताया गया। लिहाजा पुलिस ने अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
- सोशल मीडिया पर पोस्टः 4 जून की सुबह 7:01 बजे RCB ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लोगों को विक्ट्री परेड में शामिल होने को कहा और यह भी बताया कि एंट्री फ्री रहेगी। यह विक्ट्री परेड विधान सौध से चिन्नास्वामी स्टेडियम तक निकलेगी। सुबह 8 बजे ही फिर इसी जानकारी के साथ एक और पोस्ट की गई।
- विराट कोहली की क्लिपः इस रिपोर्ट में सरकार ने विराट कोहली का जिक्र भी किया है। इसमें कहा है कि 4 जून की सुबह 8:55 बजे RCB ने X पर विराट कोहली की एक वीडियो क्लिप शेयर की, जिसमें फैंस से जीत का जश्न मनाने के लिए विक्ट्री परेड से जुड़ने को कहा गया।
- चिन्नास्वामी स्टेडियम में कार्यक्रमः 4 जून की दोपहर 3:14 बजे RCB ने सोशल मीडिया पर एक और पोस्ट की। इसमें बताया कि शाम 5 बजे से 6 बजे तक विधान सौध से चिन्नास्वामी स्टेडियम तक विक्ट्री परेड होगी। विक्ट्री परेड के बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक कार्यक्रम भी किया जाएगा।
- पुलिस को क्लीन चिटः इस रिपोर्ट में पुलिस को एक तरह से क्लीन चिट दे दी। इसमें कहा गया है कि भगदड़ के कारण 7 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। बाद में अशांति को रोकने के लिए पुलिस ने कुछ पाबंदियों के साथ RCB को कार्यक्रम करने की अनुमति दे दी।
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RCB को क्यों ठहराया जिम्मेदार?
कर्नाटक सरकार ने रिपोर्ट में बताया है कि RCB ने अपनी पहली पोस्ट में फ्री पास की जानकारी दी थी। दोपहर 3 बजकर 14 मिनट पर अचानक ऐलान कर दिया गया कि एंट्री के लिए पास की जरूरत होगी। इसे कन्फ्यूजन और डर का माहौल बना।
सरकार ने दावा किया कि RCB, DNA और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) आपस में तालमेल बैठाने में नाकाम रहे। एंट्री गेट पर मिसमैनेजमेंट और देरी से गेट खुलने के कारण भगदड़ मच गई। चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर RCB के जीत के जश्न में शामिल होने के लिए 3 लाख से ज्यादा लोग जुट गए थे।

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कर्नाटक सरकार ने क्या कहा?
कर्नाटक सरकार की इस रिपोर्ट पर अब पल्ला झाड़ने के आरोप लग रहे हैं। इस पर कर्नाटक के मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा, 'यह कोई ब्लेम गेम नहीं है। अगर हालात को ठीक से नहीं संभाला गया है तो हम कार्रवाई करेंगे।'
4 जून को मची भगदड़ के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया था। इसमें RCB और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी DNA को भी आरोपी बनाया गया है। सरकार ने कबन पार्क पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया था। इसके अलावा, सरकार ने इस घटना की जांच के लिए हाई कोर्ट के रिटायर जज की अध्यक्षता में एक कमेटी भी बनाई थी।