भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बुधवार को समाजवादी पार्टी (SP) के मुखिया अखिलेश यादव पर हमला बोला है। बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने संसद मार्ग में स्थित एक मस्जिद में SP की तथाकथित बैठक को लेकर आपत्ति दर्ज की है। जब इस बैठक की तस्वीरें सामने आई, जिसमें डिंपल यादव समेत कई नेता मस्जिद के अंदर बैठे दिखे तो विवाद और बढ़ गया। बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि डिंपल यादव ने पूजा स्थल में मस्जिद के नियमों का पालन नहीं किया। जमाल सिद्दीकी ने आरोप लगाते हुए कहा कि SP सांसद डिंपल यादव ने मस्जिद के नियमानुसार उचित कपड़े नहीं पहने थे। साथ ही, उन्होंने मस्जिद के इमाम सहित कई मुस्लिम पार्टियों को इस मामले में घेरा है।
जमाल सिद्दीकी ने कहा, 'मैं इसकी निंदा करता हूं कि अखिलेश यादव ने संसद के सामने बनी पवित्र मस्जिद में बैठक की। मैं मस्जिद के इमाम मोहिब्बुल्लाह नदवी की भी निंदा करता हूं, जो खुद SP के सदस्य हैं और उन्होंने यह होने दिया। डिंपल यादव जिस तरह सिर और पीठ खोले बैठी थीं, वह मस्जिद के नियमों के खिलाफ है और इससे दुनियाभर के मुसलमानों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।'
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ओवैसी पर भड़के सिद्दीकी
जमाल सिद्दीकी ने कहा कि वह इस मामले में FIR दर्ज करवाएंगे और साथ ही उन्होंने इस मुद्दे पर असदुद्दीन ओवैसी जैसे मुस्लिम नेताओं की चुप्पी पर निशान साधते हुए कहा, 'अब असदुद्दीन ओवैसी जैसे मुस्लिम नेता चुप क्यों हैं? इनकी चुप्पी देखकर लगता है कि ये सब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं।' उन्होंने कहा, 'अगर ऐसा करना सही है तो हम (बीजेपी) भी 25 जुलाई को नमाज के बाद एक बैठक करेंगे, जिसकी शुरुआत राष्ट्रगीत से करेंगे और अंत राष्ट्रगान से करेंगे।'
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, 'अखिलेश यादव को लगता है कि सारे इस्लामिक धार्मिक स्थल उनके कब्जे में हैं। बीजेपी और अल्पसंख्यक मोर्चा इसके खिलाफ विरोध करेंगे।'
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डिंपल यादव ने क्या कहा?
डिंपल यादव ने जमाल सिद्दीकी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बीजेपी जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने जमाल सिद्दीकी के बयान को ध्यान भटकाऊ करार देते हुए कहा, 'वहां कोई बैठक नहीं हो रही थी। बीजेपी हमेशा जनता को गुमराह करती है।' उन्होंने कहा, 'सरकार, जनता का ध्यान SIR मुद्दे, पहलगाम घटना और ऑपरेशन सिंदूर जैसे अहम विषयों से हटाने के लिए यह सब किया जा रहा है।'
अखिलेश यादव का जवाब
अखिलेश यादव ने धर्म को जोड़ने की बाते करते हुए कहा कि बीजेपी को धर्म को जोड़ने वाले लोगों से दिक्कत होती है। उन्होंने जमाल सिद्दीकी के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'समाजवादी पार्टी धर्म जोड़ती है, तोड़ती नहीं। हम हर उस आस्था का सम्मान करते हैं जो लोगों को जोड़ती है। बीजेपी को इसी से दिक्कत है। बीजेपी चाहती है कि लोग बंटे रहें, एक न हों। उनके पास केवल धर्म का हथियार है।'