केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है कि अब CISF में एक ऐसी बटालियन बनाई जाएगी जिसमें सिर्फ महिलाएं ही होंगी। केंद्र सरकार के मुताबिक, इसमें 1 हजार से ज्यादा महिला सुरक्षाकर्मियों को शामिल किया जाएगा। यह भी कहा गया है कि इस बटालियन के लिए अलग से भर्ती नहीं की जाएगी बल्कि CISF की मौजूदा महिला सुरक्षाकर्मियों को लेकर ही इस बटालियन का गठन किया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आदेश के मुताबिक, इस बटालियन में 1025 महिला सुरक्षाकर्मी रहेंगी। इस बटालियन की अगुवाई सीनियर कमांडेंट रैंक के अधिकारी करेंगी। बता दें कि मौजूदा समय में CISF में लगभग दो लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मी काम करतें हैं। CISF के पास फिलहाल 12 रिजर्व बटालियन हैं।
रिजर्व बटालियन का मतलब क्या है?
जैसा कि नाम में ही लिखा है। इन यूनिट में रिजर्व का नाम है यानी ये यूनिट आमतौर पर रिजर्व रखी जाती हैं। चुनाव के दौरान या कुछ समय के लिए पड़ने वाली जरूरतों में इनको जरूरत के हिसाब से बुलाया जाता है। इसी साल से संसद की सुरक्षा भी CISF के जवानों के हवाले कर दी गई है। इसके अलावा, एयरपोर्ट और अन्य जगहों पर भी CISF के जवानों को तैनात किया जाता है।
CISF में हजारों की संख्या में महिला सुरक्षाकर्मी भी हैं। आपने भी मेट्रो के स्टेशनों या एयरपोर्ट पर महिला सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी करते देखा ही होगा। मौजूदा समय में दिल्ली मेट्रो, 68 सिविल एयरपोर्ट और ताजमहल जैसी ऐतिहासिक इमारतों में भी ये महिला सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि CISF ने हाल ही में कहा था कि उसे एक ऑल-वुमन रिजर्व बटालियन की जरूरत है।
बता दें कि इससे पहले साल 1969 में CISF ने एक काउंटर टेररिस्ट टीम भी गठित की थी। यह टीम न्यूक्लियर प्लांट और एयरोस्पेस संबंधी जगहों पर तैनात रही है।