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राहुल गांधी ने 'सबूत' दिखाकर कहा- वोट चोरी कर रहा चुनाव आयोग

राहुल गांधी ने इस पर भी सवाल उठाया कि 5 बजे के बाद वोटिंग अचानक बढ़ गई। महाराष्ट्र में विधानसभा में हमारा गठबंधन हार जाता है और कुछ महीने पहले लोकसभा में हम जीत हासिल करते हैं।

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राहुल गांधी। (Photo Credit: X@RahulGandhi)

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग और बीजेपी पर चुनाव चोरी करने का आरोप लगाया। राहुल ने आरोप लगाया कि एग्जिट पोल कुछ और कहता है लेकिन जब नतीजे आते हैं तो सब उल्टा हो जाता है। इन नतीजों को लेकर कई कारण गिनाए जाते हैं। राहुल ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग हमें डिजिटल डेटा क्यों नहीं देता है? आखिर चुनाव आयोग क्या छिपा रहा है?

 

राहुल ने कहा कि 'हम भारत में चुनावों को देख रहे हैं। सबसे अहम बात यह है कि एक व्यक्ति, एक वोट का विचार कितना सुरक्षित है? क्या सही लोगों को वोट देने को मिल रहा है? फर्जी लोगों को वोटर लिस्ट में जोड़ा रहा है और वोटर लिस्ट सही है या नहीं?'

 

उन्होंने कहा, 'एंटी-इन्कंबैंसी एक ऐसी चीज है जो लोकतंत्र में हर पार्टी को प्रभावित करती है लेकिन किसी कारण बीजेपी एकमात्र ऐसी पार्टी जिस पर इसका असर नहीं होता। एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल एक बात कह रहे हैं। आपने हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव में देखा। चुनाव नतीजे पूरे उल्टे आए' राहुल ने कहा, 'इसके कई कारण दिए जाते हैं- लाडली बहना, पुलवामा। इसलिए हमने यह पैटर्न देखा और सबसे बुनियादी बात यह निकली कि चुनावों को कोरियोग्राफ किया जाता है'

 

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राहुल बोले- महीनों तक क्यों होती है वोटिंग?

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई चरणों में होने वाली वोटिंग पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, 'एक समय था जब भारत में EVM से वोटिंग नहीं होती थी। पूरा देश एक ही दिन में वोट डालता था। मगर आज के समय में यूपी में, बिहार में, कई महीनों तक वोटिंग होती है। यह कुछ ऐसा था जिसके बारे में हमें महीनों से शक था कि इसमें इतना समय क्यों लग रहा है?'

महाराष्ट्र चुनाव को लेकर क्या बोले राहुल?

राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र में हमने सार्वजनिक रूप से चुनाव आयोग को बताया कि 5 महीने में 5 साल से ज्यादा वोटर जुड़े हैं। नए वोटर्स की संख्या महाराष्ट्र की जनसंख्या से भी ज्यादा हो गई, जो बहुत ही हैरान करने वाला था'

 

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उन्होंने कहा, 'पांच साल बाद वोटिंग में भारी बढ़ोतरी हुई और सभी ने इसे देखा। विधानसभा चुनावों में हमारा गठबंधन साफ हो गया जबकि कुछ महीने पहले ही लोकसभा चुनाव में इसी गठबंधन ने भारी जीत हासिल की थी। महाराष्ट्र में हमने पाया कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच 1 करोड़ नए वोटर जुड़ गए। हमने चुनाव आयोग से संपर्क किया। मैंने संसद में भी मुद्दा उठाया। इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला'

 

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उन्होंने कहा, 'मैंने एक लेख लिखा जो कई अखबारों में छपा। इस लेख का सार यह था कि महाराष्ट्र चुनाव चुराया गया था। समस्या की जड़ क्या है? वोटर लिस्ट इस देश की संपत्ति है। चुनाव आयोग हमें वोटर लिस्ट देने से इनकार कर रहा है। चुनाव आयोग ने फिर सीसीटीवी फुटेज नष्ट कर दी। यह हैरान करने वाला था, क्योंकि महाराष्ट्र में शाम 5:30 बजे के बाद वोटिंग अचनाक बढी और हमें इसका मिलान करा था। हम लोग जानते थे कि पोलिंग पर ऐसा कुछ नहीं हुआ था। शाम 5:30 बजे के बाद भारी वोटिंग नहीं हुई। इन दो बातों ने हमें भरोसा दिलाया कि चुनाव आयोग चुनाव चुराने के लिए बीजेपी के साथ मिलीभगत कर रहा था'

 

 

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने हमें मशीन रीडेबल वोटर लिस्ट नहीं दी। उन्होंने कहा, 'अगर मुझे यह पता लगाना है कि क्या आपने दो बार वोट दिया है या आपका नाम वोटर लिस्ट में दो बार है, तो मुझे आपकी तस्वीर लेनी होगी और फिर उसे कागज के हर टुकड़े से मिलाना होगा। यही प्रक्रिया है और यह बहुत ही थकाऊ है। मैंने शुरू में सोचा था कि हम कई सीटों पर ऐसा करेंगे, लेकिन जब हमें इसका सामना करना पड़ा, तो हमें समझ आया कि चुनाव आयोग हमें इलेक्ट्रॉनिक डेटा क्यों नहीं देता। क्योंकि वे नहीं चाहते कि हम ध्यान से देखें। इस काम में हमें छह महीने लगे। अगर चुनाव आयोग हमें इलेक्ट्रॉनिक डेटा देता, तो हमें 30 सेकंड लगते'

 

उन्होंने कहा, 'इन कागजों में ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन की सुविधा नहीं है। इसलिए अगर आप इन्हें स्कैन भी करते हैं, तो आप इनसे डेटा नहीं निकाल सकते। चुनाव आयोग इन कागजों की सुरक्षा क्यों कर रहा है? चुनाव आयोग जानबूझकर ऐसे कागज देता है जिन्हें मशीन से पढ़ा नहीं जा सकता'

लोकतंत्र को नष्ट कर रहा EC: राहुल

राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर लोकतंत्र नष्ट करने का आरोप भी लगाया। राहुल ने कहा, 'हम चुनाव आयोग से यहीं कह रहे हैं कि आपका काम भारतीय लोकतंत्र को नष्ट करना नहीं है। आपका काम इसे बचाना है। यह सारी जानकारी अब सबूत हैं'

 

 

राहुल ने कहा, 'यह एक विधानसभा में हुए अपराध का सबूत है। हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं क्योंकि हम पैटर्न देखते हैं। हमने पैटर्न का अध्ययन किया है। हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि यह अपराध पूरे देश में, राज्य दर राज्य, बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इसलिए हमारे लिए, सीसीटीवी फुटेज और वोटर लिस्ट अब एक अपराध का सबूत हैं। और चुनाव आयोग इसे नष्ट करने की कोशिश में लगा हुआ है'

एक ही नाम चार बारः राहुल गांधी

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कई सबूत रखे। उन्होंने दावा किया कि कई डुप्लीकेट वोटर हैं और एक ही व्यक्ति का नाम कई बार आ रहा है।

 

 

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, 'यहां एक डुप्लीकेट वोटर है। इस प्रकार के 11,965 मतदाता हैं। यह गुरकीरत सिंह डांग नामक एक सज्जन हैं। गुरकीरत सिंह डांग निर्वाचन क्षेत्र के चार अलग-अलग मतदान केंद्रों पर एक बार, दो बार, तीन बार, चार बार दिखाई देते हैं। एक ही नाम, एक ही पता, अलग-अलग मतदान केंद्रों के लिए एक ही व्यक्ति। और यह सिर्फ एक व्यक्ति नहीं है। यह एक विधानसभा क्षेत्र के हजारों लोग हैं'

 

राहुल ने कहा, 'अब फर्जी एड्रेस पर आते हैं। ये ज्यादातर तीन तरह के होते हैं: या तो ऐसा पता जो होता ही नहीं। आप उसे ढूंढने जाते हैं, तो वह वहां होता ही नहीं, या पता 0 होता है, मकान नंबर 0, गली नंबर 0 या फिर पता सत्यापित नहीं हो पाता। ये 40,000 मतदाता हैं। बूथ नंबर 366, 46 मतदाता, सभी अलग-अलग परिवारों से हैं और एक ही बेडरूम वाले घर में रहते हैं और जब हम वहां जाते हैं, तो वे वहां होते ही नहीं। तो यह एक ही बेडरूम वाला घर है, 46 मतदाता वहां रहते हैं, उनके होने का कोई संकेत नहीं।'

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