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'मिस्टर ट्रंप ने नहीं...', भारत-PAK सीजफायर पर शशि थरूर ने खूब सुनाया

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक कार्यक्रम में कहा कि भारतीय सेना के हमलों ने पाकिस्तान को सीजफायर के लिए मजबूर कर दिया था, न कि मिस्टर ट्रंप ने।

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कांग्रेस सांसद शशि थरूर। (Photo Credit: PTI)

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मंगलवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' की तारीफ की। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि भारत की कार्रवाई ने पाकिस्तान को सीजफायर करने के लिए मजबूर कर दिया था, न कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वजह से यह हुआ था।

 

एक किताब की लॉन्चिंग के मौके पर थरूर ने कहा, '9-10 मई की रात को भारत के सफल हमले और 10 मई की सुबह पाकिस्तान के हमलों को विफल कर दिया था। इस बात में कोई शक नहीं है कि भारत की कार्रवाई ने पाकिस्तान के डीजीएमओ को शांति की अपील करने के लिए मजबूर कर दिया, न कि मिस्टर ट्रंप ने'

 

शशि थरूर ने अपने बयान से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी जवाब दे दिया। ट्रंप कई बार दावा कर चुके हैं कि उनकी वजह से भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संसद में इसे लेकर कहा था कि किसी भी विदेशी नेता ने सीजफायर करने के लिए दबाव नहीं डाला था। अब कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी साफ कर दिया कि भारत के हमलों ने पाकिस्तान को घुटने टेकने को मजबूर कर दिया था।

 

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और क्या बोले शशि थरूर?

'Whither India-Pakistan Relations Today? Can They Ever Be Good Neighbours?' किताब की लॉन्चिंग के दौरान शशि थरूर ने कहा कि संबंध सुधारने के लिए भारत कोई कदम नहीं उठाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में कोई भी बातचीत पाकिस्तान की आतंकी संगठनों पर नकेल कसने की इच्छा पर निर्भर करती है।

 

थरूर ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा भारत के साथ 'विश्वासघात' किया है। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान के ट्रैक रिकॉर्ड देखते हुए, अब संबंध सुधारने की जिम्मेदारी उन पर है'

 

उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान उन टेरर कैंप को बंद क्यों नहीं कर सकता? सभी जानते हैं कि वे कहां हैं? संयुक्त राष्ट्र ने भी उन्हें प्रतिबंधित किया है'

 

 

उन्होंने पाकिस्तान के साथ अतीत में हुए समझौतों का हवाला देते हुए कहा कि इसके बावजूद भी भारत पर आतंकी हमले हुए हैं। 2008 के मुंबई अटैक पर थरूर ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान का हाथ होने के कई 'सबूत' भी दिए थे लेकिन इसके बावजूद एक भी मास्टरमाइंड पर मुकदमा नहीं चलाया गया।

 

उन्होंने कहा कि भारत ने हर बार संयम बरता लेकिन बार-बार उकसावे के कारण 'सर्जिकल स्ट्राइक' और 'ऑपरेशन सिंदूर' जैसे ऐक्शन लिए गए। उन्होंने कहा, '9-10 मई की रात को भारत ने जो हमले किए, 10 मई की सुबई पाकिस्तान की मिसाइलों को जिस तरह रोका, उसने उसे सीजफायर के लिए मजबूर कर दिया, न कि मिस्टर ट्रंप ने'

 

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भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगाः थरूर

इस कार्यक्रम में शशि थरूर ने साफ किया कि भारत आतंकवाद के आगे नहीं झुकेगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ करते हुए कहा कि भारत आतंक के आगे झुकने वाला नहीं है। उन्होंने कहा, '2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक और अब ऑपरेशन सिंदूर के साथ भारत ने साफ संदेश दे दिया है कि अगर हम पर आतंकी हमला होता है तो हम चुप नहीं बैठेंगे।'

 

 

उन्होंने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम अटैक के बाद लिखे एक लेख का जिक्र करते हुए कहा, 'भारत के पास इस सब पर प्रतिक्रिया देने के लिए ज्यादा विकल्प नहीं थे। पहलगाम अटैक के कुछ दिन बाद, मैंने ठीक इसी बात की वकालत करते हुए एक लेख लिखा था। मुझे अंदाजा नहीं था कि दिल्ली में कोई मेरा लेख पढ़ेगा। यही वजह है कि मैं ऑपरेशन सिंदूर का समर्थक था। भारत ने ठीक वही कदम उठाया, जो मैंने अपने लेख में सुझाया था'

 

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क्या था ऑपरेशन सिंदूर?

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने 26 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी।

 

इस अटैक के बाद 6-7 मई की रात को भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च कर पाकिस्तान और PoK में बने 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत के सैन्य और नागरिक ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया।

 

4 दिन तक भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव चलता रहा। आखिरकार 10 मई को पाकिस्तान के DGMO ने भारत के DGMO को फोन कर सीजफायर की अपील की। इसके बाद भारत और पाकिस्तान में सीजफायर हुआ।

 

हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दर्जनों बार सीजफायर का क्रेडिट ले चुके हैं। उनका दावा है कि उनकी वजह से दोनों के बीच सीजफायर हुआ। हालांकि, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में कह चुके हैं कि सीजफायर के लिए किसी का दबाव नहीं था। पाकिस्तान की अपील पर ही सीजफायर किया गया था।

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