कोरोना एक बार फिर डराने लगा है। इसके मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसके साथ ही कोविड से होने वाली मौतों की संख्या भी अब चिंता बढ़ाने लगी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोविड के ऐक्टिव केसेस की संख्या 4 हजार के करीब पहुंच गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में अब कोविड के ऐक्टिव केसेस की संख्या 3,961 पहुंच गई है। पिछले 24 घंटों में कोविड के नए मामलों की संख्या 203 बढ़ गई है। इसके साथ ही 24 घंटे में 4 मौतें भी हुई हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो कोविड से हर 6 घंटे में औसतन एक मौत हुई है।
सबसे ज्यादा 1,435 ऐक्टिव केस केरल में हैं। 24 घंटे में केरल में कोविड के 35 नए मरीज सामने आए हैं। इसी दौरान 1 मरीज की मौत भी हुई है। इस साल 1 जनवरी से 1 जून तक केरल में कोविड से 8 मरीजों की मौत हो चुकी है।
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दिल्ली-महाराष्ट्र में क्या हैं हाल?
केरल के बाद महाराष्ट्र और दिल्ली में सबसे ज्यादा ऐक्टिव केसेस हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बुलेटिन में बताया गया है कि महाराष्ट्र में 506 और दिल्ली में 483 ऐक्टिव केस हैं। महाराष्ट्र और दिल्ली में 24 घंटे में 1-1 मरीज की मौत भी हुई है।
इनके अलावा, पश्चिम बंगाल में ऐक्टिव केसेस की संख्या 331 है। पिछले 24 घंटे में यहां 44 नए मरीज सामने आए हैं। तमिलनाडु में 189 ऐक्टिव केसेस हैं और यहां 1 मरीज की मौत भी हुई है। तमिलनाडु में जिस 25 साल के युवक की मौत हुई है, वह पहले से ही कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहा था।
गुजरात में 338, कर्नाटक में 253 और उत्तर प्रदेश में 157 ऐक्टिव केसेस हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि 24 घंटे में 16 राज्य ऐसे हैं, जहां नए मरीजों की संख्या बढ़ी है। सबसे ज्यादा 47 नए मामले दिल्ली में सामने आए हैं।
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अचानक क्यों बढ़ने लगा कोरोना?
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डीजी डॉ. राजीव बहल ने बताया था कि देश के कुछ हिस्सों में कोविड के मरीज बढ़ रहे हैं लेकिन चिंता करने जैसी कोई बात नहीं है।

दरअसल, कोविड के फिर से फैलने की वजह नए वैरिएंट हैं। डॉ. राजीव बहल ने बताया कि कोविड के वैरिएंट ओमिक्रॉन के नए सब-वैरिएंट- LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि जिनोम सिक्वेंसिंग से पता चल जाएगा कि क्या कोई नया वैरिएंट आया है। उन्होंने बताया था कि ज्यादातर नए मामलों में LF.7, XFG और JN.1 मिला है।
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क्या घबराने की जरूरत है?
सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के कई देशों में कोविड के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि फिलहाल घबराने जैसी कोई बात नहीं है, क्योंकि ज्यादातर मामलों में हल्के लक्षण हैं और घर पर ही इनका इलाज हो सकता है।
डॉ. बहल ने पिछले हफ्ते कहा था, 'जब भी नए केसेस सामने आते हैं तो हम तीन बातों पर गौर करते हैं। पहला कि मामले कितनी तेजी से बढ़ रहे हैं? पहले हमने देखा है कि कोविड के नए मामले दो दिन में दोगुने जाते थे लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। दूसरा कि क्या नया वैरिएंट हमारी इम्युनिटी को चकमा दे रहा है? जब भी नया वैरिएंट आता है तो वह हमारी इम्युनिटी को चकमा दे सकता है लेकिन फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है।'
डॉ. बहल ने बताया था कि 'तीसरी बात हम यह देखते हैं कि नए मामलों की गंभीरता कितनी है? अभी तक नए मामलों में गंभीरता काफी कम है। इसलिए चिंता की कोई नहीं है। हालांकि, हमें सावधानी बरतनी चाहिए।'
उन्होंने कहा कि हालात पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने लोगों से सावधानी और सतर्कता बरतने की अपील की है। साथ ही यह भी कहा कि फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है।