दिल्ली विधानसभा के बाहर विपक्ष की नेता और पूर्व सीएम आतिशी की पुलिस से तीखी बहस हुई है। विधानसभा से निलंबित होने के कारण गेट पर ही रोके जाने पर आतिशी पुलिस वालों पर भड़क गईं। उन्होंने पुलिस वालों से पूछा कि 'उन्हें अंदर जाने से क्यों रोका जा रहा है? विपक्ष की नेता होने के नाते अपने दफ्तर जाने का अधिकार है।'
आतिशी ने पुलिस वालों से लिखित ऑर्डर भी मांगा, जिसमें निलंबित विधायकों को विधानसभा में आने से रोकने की बात कही गई थी। मगर ऑर्डर की कॉपी न देने पर आतिशी ने कहा, 'कागज दिखाइए। ये तानाशाही चल रही है क्या? आप कैसे हमें यहां पर रोक सकते हैं। ऑर्डर तो दिखाइए कहां पर लिखा है? मैं नेता प्रतिपक्ष हूं, मैं ऑफिस क्यों नहीं जा सकती हूं? कैसे रोका हुआ है आपने? आप बिना ऑर्डर के कैसे रोक सकते हैं अंदर जाने से?'
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और क्या बोलीं आतिशी?
विधानसभा परिसर के बाहद पहले तो आतिशी की सुरक्षाकर्मियों से बहस हुई। इसके बाद आतिशी कार से उतरीं और जब उन्हें अंदर नहीं आने दिया गया तो पुलिस वालों से भी उनकी तीखी बहस हुई।
इसके बाद आतिशी ने मीडिया से कहा, 'पुलिस वाले कह रहे हैं कि हम विधानसभा से सस्पेंडेड हैं। इसलिए हमें विधानसभा में एंट्री नहीं दी जाएगी। ये बिल्कुल गैरकानूनी है। विधानसभा से सस्पेंड होने का ये मतलब नहीं है कि हम परिसर के अंदर नहीं जा सकते। ये देश के इतिहास में पहली बार हुआ कि किसी चुने हुए विधायक को विधानसभा परिसर के अंदर घुसने नहीं दिया जा रहा है। आजतक देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है। चुने हुए विधायक को कभी नहीं रोका जाता।'
उन्होंने आगे कहा, 'संसद से भी सस्पेंड होने पर चुने हुए सांसद को आने से नहीं रोका जाता। संसद से सस्पेंड होने पर भी परिसर के अंदर गांधी प्रतिमा के नीचे प्रोटेस्ट करते हैं। दिल्ली विधानसभा में भी जब बीजेपी विपक्ष में थी तो गांधीजी की प्रतिमा के नीचे प्रोटेस्ट करती थी। लेकिन विधानसभा के परिसर के अंदर न घुसने देना, आम आदमी पार्टी के विधायक दल का ऑफिस है। कैसे नहीं घुसने नहीं दे रहे हैं। किसी विधायक को अपना सवाल लगाना है। आम आदमी पार्टी को डिप्टी स्पीकर के चुनाव के लिए नॉमिनेशन भरना है।'
आतिशी ने दावा किया कि उन्होंने इसे लेकर विधानसभा स्पीकर विजेंद्र गुप्ता से बात करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं हो पा रही है।
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धरने पर बैठीं आतिशी
विधानसभा परिसर के अंदर नहीं आने देने के बाद पूर्व सीएम आतिशी धरने पर बैठ गईं हैं। आतिशी के साथ-साथ आम आदमी पार्टी के बाकी नेता भी उनके साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी के नेता डॉ. आंबेडकर के प्लेकार्ड लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान 'जय भीम' के नारे भी लगा रहे हैं।
3 दिन के लिए सस्पेंड हैं 21 विधायक
आम आदमी पार्टी के 22 में से 21 विधायक तीन दिन के लिए सस्पेंड हैं। 25 फरवरी को एलजी वीके सक्सेना के अभिभाषण के दौरान हंगामा करने के कारण स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों को तीन दिन के लिए सस्पेंड कर दिया था। इसका मतलब हुआ कि आम आदमी पार्टी के विधायक 27 और 28 फरवरी को विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हो सकते। आम आदमी पार्टी के ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान विधानसभा में नहीं थे, इसलिए सिर्फ वही इकलौते हैं जो सस्पेंड नहीं हैं।