दिल्ली पुलिस ने गुरुवार-शुक्रवार की रात को राजधानी की झुग्गी-झोपड़ियों में सर्च ऑपरेशन चलाया। ये सर्च ऑपरेशन बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान के लिए चलाया गया था।
रात में ही क्यों चलाया ऑपरेशन?
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी विचित्र वीर ने बताया कि रात में ऑपरेशन इसलिए चलाया गया, क्योंकि रात में घर पर परिवार के सभी सदस्य मिल जाते हैं। उन्होंने कहा, 'लोग दिन में काम पर जाते हैं और रात में परिवार के सभी सदस्य घर में मिल जाते हैं। इससे वेरिफिकेशन करना आसान हो जाता है।'
उन्होंने बताया कि पश्चिमी दिल्ली से मिले 10 बांग्लादेशियों के डिपोर्टेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है और बाकी जिले भी इसे अपना रहे हैं।
दिल्ली में चुनावी मुद्दा भी बने अवैध घुसपैठिए
दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्या चुनावी मुद्दे भी बन गए हैं। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि वोट के लिए आम आदमी पार्टी सरकार अवैध घुसपैठियों को आधार कार्ड जैसे जरूरी दस्तावेज मुहैया करा रही है। सोमवार को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी आपराधिक गतिविधयों में अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के शामिल होने पर चिंता जताई थी। उन्होंने ये टिप्पणी मुंबई में सैफ अली खान पर अटैक को लेकर की थी। सैफ पर अटैक करने वाले हमलावर के बांग्लादेशी नागरिक होने का शक है।
घुसपैठियों की पहचान करने का दिया था निर्देश
एलजी सक्सेना ने दिल्ली पुलिस को अवैध घुसपैठियों की पहचान करने का निर्देश दिया था। दिल्ली एलजी ऑफिस ने बताया था कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को मिशन मोड पर ऐसे घुसपैठियों की पहचान करने के लिए स्पेशल ऑपरेशन चलाने का निर्देश दिया था। इससे पहले पिछले साल दिसंबर में भी एलजी सक्सेना ने दिल्ली के मुख्य सचिव और पुलिस कमिश्नर को दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान करने को कहा था।