• NEW DELHI 20 Jan 2025, (अपडेटेड 20 Jan 2025, 10:55 AM IST)
AAP पर बनी एक प्राइवेट डॉक्यूमेंट्री को रिलीज होने से रोक दिया गया था। इस रिलीज पर जमकर हंगामा बरपा था। अब ध्रुव राठी ने इस फिल्म को रिलीज कर दिया है।
अनब्रेकेबल डॉक्यूमेंट्री का एक सीन। (Photo Credit: Dhruv Rathee, YouTube)
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बनी डॉक्यूमेंट्री 'अनब्रेकेबल' भारत में प्रतिबंधों के बाद भी रिलीज हो गई है। 18 जनवरी को यह डॉक्यूमेंट्री रिलीज होने वाली थी लेकिन इसकी स्क्रीनिंग ही रोक दी गई थी। यूट्यूबर ध्रुव राठी ने अपने चैनल पर इसे रिलीज कर दिया है। लाखों को लग इस वीडियो को देख चुके हैं।
डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग का समय दोपहर 12 बजे रखा गया था लेकिन दिल्ली पुलिस ही इस डॉक्यूमेंट्री को रोकने पहुंच गई थी। आम आदमी पार्टी (AAP) ने आरोप लगाया था कि 'UNBREAKABLE' को रोकने के लिए भाजपा ने पुलिस भेज दी थी।
डॉक्यूमेंट्री में है क्या? डॉक्यूमेंट्री में दिल्ली की शराब नीति, ED और CBI के AAP नेताओं पर एक्शन का जिक्र किया गया है। डॉक्यूमेंट्री के हीरो अरविंद केजरीवाल हैं। यह डॉक्यूमेंट्री करीब 30 मिनट की है। डॉक्यूमेंट्री में अरविंद केजरीवाल की उपलब्धियों के बारे में बताया गया है। कैसे AAP की योजनाएं लोगों तक पहुंच रही हैं, इसके बारे में भी बताया गया है। इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग ITO के पास प्यारेलाल भवन में रखी गई थी लेकिन इसे वहीं रोक दिया गया।
अरविंद केजरीवाल ने स्क्रीनिंग रोकने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस डॉक्यूमेंट्री के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा, 'इसमें AAP नेताओं को जेल भेजे जाने की कहानी दिखाई गई है। यह भाजपा सरकार के अवैध और असंवैधानिक कार्यों को उजागर करती है। इसलिए भाजपा डरी हुई है। जिस तरह से फिल्म की स्क्रीनिंग रोकी गई, हम उसकी निंदा करते हैं। हमें उम्मीद है कि हमें इस फिल्म की स्क्रीनिंग की अनुमति मिल जाएगी।'
चुनावों पर क्या होगा असर? आम आदमी पार्टी पर बनी इस डॉक्युमेंट्री में अरविंद केजरीवाल के राजनीति में उभरने से लेकर जेल जाने तक की कहानी बताई है। डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया है कि अरविंद केजरीवाल को निशाना बनाकर जांच एजेंसियों ने उन्हें जेल भेजा, AAP नेताओं पर राजनीति के तहत एक्शन लिया गया है।
डॉक्यूमेंट्री के जरिए संदेश देने की कोशिश की गई है कि केंद्र सरकार के इशारे पर जानबूझकर AAP के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। डॉक्यूमेंट्री में यह भी दिखाने की कोशिश की गई है कि अरविंद केजरीवाल के विकास कार्यों को बीजेपी रोक रही है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि दिल्ली पुलिस ने इस फिल्म की स्क्रीनिंग इसलिए रोकी थी कि यह वोटरों को प्रभावित कर सकती है।