केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) में नौकरी करने वाले जवान मुनीर अहमद को पाकिस्तानी महिला से अपनी शादी छिपाने के आरोप में शनिवार को नौकरी से निकाल दिया गया है। सीआरपीएफ ने मुनीर अहमद के इस कदम को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खरतनाक पाया है। दरअसल, मुनीर अहमद जम्मू के रहने वाले हैं, उनकी शादी पाकिस्तानी नागरिक मीनल खान से हुई है।
मगर, रविवार को जवाब मुनीर अहमद ने एक बयान जारी करके सभी आरोपों पर अपनी सफाई दी है। मुनीर अहमद एक समाचार एजेंसी को बयान देते हुए कहा कि उन्होंने पाकिस्तानी महिला मीनल खान से शादी की बात सीआरपीएफ को बताई थी और अधिकारियों को सभी उचित दस्तावेज पेश किए थे।
सभी दस्तावेज सौंपे थे- मुनीर
उन्होंने कहा, 'हमारी शादी 24 मई 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई। वह (मीनल) मेरी चचेरी बहन है। वे पाकिस्तान में रहते हैं। बंटवारे से पहले दोनों परिवार यहीं साथ रहते थे। मैं सीआरपीएफ में था, इसलिए मैंने अधिकारियों से अनुमति मांगी थी। मैंने उन्हें 31 दिसंबर 2022 को एक पत्र लिखा था। सीआरपीएफ ने मेरी शादी का कार्ड और शादी की जगह का ब्यौरा मांगा। मैंने सीआरपीएफ को सब कुछ जमा कर दिया। सभी दस्तावेज उचित माध्यम से दिल्ली में सीआरपीएफ निदेशक तक पहुंच गए।'
'5 महीने बाद मुझे सीआरपीएफ से जवाब दिया'
मुनीर अहमद ने आगे कहा, 'लगभग 5 महीने बाद मुझे सीआरपीएफ से जवाब मिला। जवाब में लिखा था कि मैंने विभाग को शादी के बारे में सूचित कर दिया है। शादी के बाद, मैंने अपने विभाग को फिर से सूचित किया। मैंने विवाह प्रमाण पत्र, शादी की तस्वीरें जमा कीं। 28 फरवरी 2025 को मीनल को वीजा मिल गया और वह भारत आ गई।'
पीएम मोदी से अपील की
उन्होंने कहा, 'मेरी पत्नी के आने के बाद मैंने अपनी बटालियन को सूचित किया। मैंने वीजा की कॉपी डिप्टी कमांडेंट को भेजी। हमने 4 मार्च 2025 को दीर्घकालिक वीजा के लिए आवेदन किया था और फील्ड वेरिफिकेशन हुआ। हमारा FRRO जम्मू में इंटरव्यू हुआ। उन्होंने बताया कि वे वीजा के लिए सकारात्मक सिफारिश भेज रहे हैं।'
मुनीर अहमद ने ये भी कहा कि वह आवेदन अभी प्रक्रियाधीन था तभी घटना (पहलगाम हमला) हुई। कल, अचानक मुझे सूचित किया गया कि मुझे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। मैं प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री से अपील करना चाहता हूं, मुझे न्याय चाहिए, मैं एक जवान हूं। ऐसा क्यों हुआ?