कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने दिल्ली नगर निगम के कामों की तारीफ की। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए दिल्ली नगर निगम (MCD) के अधिकारियों के साथ अपनी बैठक के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने दिल्ली को एक ऐतिहासिक, बड़ा और प्लान्ड सिटी बताया। शिवकुमार ने दिल्ली में टाउन प्लानिंग, शहरीकरण और अपशिष्ट प्रबंधन या वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में चर्चा की।
शिवकुमार ने कहा कि दिल्ली एक बहुत ही ऐतिहासिक और बड़ा शहर है, जिसकी आबादी बेंगलुरु से दोगुनी है। यहां तीन महत्वपूर्ण चुनौतियां हैं: टाउन प्लानिंग, शहरीकरण और अपशिष्ट प्रबंधन। उन्होंने हैदराबाद और चेन्नई का दौरा करने का भी जिक्र किया, लेकिन जोर देकर कहा कि दिल्ली की नई नीतियों को समझना बेहद जरूरी है, क्योंकि टाउन प्लानिंग किसी भी शहर के लिए महत्वपूर्ण है।
यह भी पढ़ेंः जिस जमीन को बेटे के लिए खरीदा, वहीं बन गई उसकी कब्र; बेबस पिता का दर्द
वाहनों तेजी से बढ़ रहे
उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में भी इसी तरह की समस्या है, जहां चूंकि वाहनों की खरीद पर किसी तरह की कोई रोक नहीं है इसलिए ट्रैफिक की समस्या हो रही है क्योंकि सड़कों को तो उसके हिसाब से तुरंत चौड़ा नहीं किया जा सकता। शिवकुमार ने कहा, ‘हमने देखा है कि दिल्ली में भी यह समस्या है, जहां वाहनों की संख्या घरों से ज्यादा है। बेंगलुरु में भी यही स्थिति है।’
शिवकुमार ने बताया कि MCD अधिकारियों के साथ हुई संक्षिप्त बैठक में उन्हें अगले 25-30 वर्षों के लिए नए कानून और प्लानिंग का प्रेजेंटेशन दिया, जिसमें अपशिष्ट प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया। उन्होंने ओखला साइट पर बायोगैस संयंत्र जैसे इनोवेशन के बारे में जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘मैं ओखला साइट का दौरा करूंगा, जहां वे बायोगैस प्लांट चला रहे हैं। बेंगलुरु में हम अपशिष्ट से ऊर्जा उत्पादन में विफल रहे हैं, लेकिन दिल्ली में यह सफल रहा है। मैं यहां से सीखना चाहता हूं।’
भगदड़ के बाद शुरू हुई चर्चा
यह चर्चा बेंगलुरु में हाल ही में हुए भगदड़ के बाद हुई है जिसने टाउन प्लानिंग को लेकर सवाल उठाए हैं। इस घटना के बाद राज्य सरकार स्टेडियम को स्थानांतरित करने पर विचार कर रही है, जिसने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। शिवकुमार ने राजनीतिक आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा कि भीड़ प्रबंधन के लिए बेहतर नीतियों की जरूरत है। दिल्ली में यहां की आबादी को देखते हुए टाउन प्लानिंग हमेशा से सरकारों की प्राथमिकता में रहा है। शिवकुमार की यह विजिट बेंगलुरु में बेहतर टाउन प्लानिंग के लिए है।