दिल्ली और एनसीआर के लोग इन दिनों तपती गर्मी और लू की मार झेल रहे हैं। ऐसे में लोग आसमान से बरसती आग से बचने के लिए पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। उत्तराखंड का लैंसडाउन लोगों की पहली पसंद बन रहा है, जहाँ की ठंडक और शांति गर्मी से राहत दे रही है। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश के शिमला, कसौली, कुल्लू, मनाली और उत्तराखंड के नैनीताल, मसूरी जैसे ठंडे इलाके भी पर्यटकों को खूब लुभा रहे हैं। टूरिज्म वालों का कहना है कि इस बार गर्मी में पहाड़ों की सैर करने वालों की तादाद पिछले साल के मुकाबले करीब 30 परसेंट बढ़ गई है।
दिल्ली-एनसीआर में लोग गर्मी से तंग आकर ठंडी जगहों की तलाश में निकल पड़े हैं। स्कूलों की गर्मी की छुट्टियाँ और वर्क फ्रॉम होम का ऑप्शन मिलने से लोग लंबी-लंबी ट्रिप्स प्लान कर रहे हैं। कोविड के बाद से लोग प्रकृति और शांत जगहों की तरफ ज़्यादा खिंचे चले जा रहे हैं। ऊपर से सोशल मीडिया पर पहाड़ों की खूबसूरत तस्वीरें और ट्रैवल ब्लॉग्स देखकर लोग और उत्साहित हो रहे हैं। बस, यही मौका है जो दिल्ली-एनसीआर के लोग जमकर भुना रहे हैं।
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मनाली टू कश्मीर
दिल्ली से शिमला, मनाली, मसूरी, नैनीताल और कश्मीर जैसे ठंडे इलाकों में घूमने जाने वालों की तादाद में खासी बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली टैक्सी, टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट और टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने बताया कि मई-जून में इन जगहों के लिए बुकिंग 25-30% तक बढ़ गई है। खासकर फैमिली और युवाओं के ग्रुप गर्मी की छुट्टियों में इन हिल स्टेशनों का रुख कर रहे हैं। शिमला और मनाली जैसे पॉपुलर स्पॉट्स में तो होटलों की 80% से ज्यादा बुकिंग हो चुकी है।
यात्रियों की बढ़ती भीड़ की वजह से अब सफर करना महंगा हो गया है। दिल्ली से हिमाचल और उत्तराखंड जाने वाली बसों और ट्रेनों के टिकट 15-20% महंगे हो गए हैं। वैसे तो ज्यादातर लोग बस से जाना पसंद करते हैं, क्योंकि ये आरामदायक और जेब पर कम भारी पड़ता है, लेकिन बसों के किराये में तो 50-60% तक की बढ़ोतरी हो गई है। ऊपर से होटल और गेस्ट हाउस के दाम भी 10-15% बढ़ गए हैं, क्योंकि मांग ज्यादा और जगहें कम है।