प्रवर्तन निदेशालय (ED) गुरुवार को अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनियों पर कारोबार करने वाले कुछ विक्रेताओं के खिलाफ छापेमारी की है। केंद्रीय एजेंसी ने यह कार्रवाई FEMA जांच के तहत की है। ईडी ने इन विक्रेताओं से जुड़े कम से कम 15 से 16 ठिकानों पर छापेमारी की है।
ईडी अधिकारियों के मुताबिक भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition Commission of India) द्वारा की गई एंटीट्रस्ट जांच में पाया गया है कि अमेज़न और फ्लिपकार्ट ने चुनिंदा विक्रेताओं को वरीयता दी है। इन कंपनियों ने कुछ लिस्टिंग को प्राथमिकता देकर और उत्पादों पर भारी छूट देकर स्थानीय प्रतिस्पर्धा कानूनों का उल्लंघन किया है, जिससे अन्य कंपनियों को काफी नुकसान हुआ है।
आसान भाषा में समझें तो दोनों कंपनियों ने अपने कुछ पसंदीदा वेंडरों को अन्य दूसरे वेंडरों के मुकाबले अधिक वरीयता दी जिससे उन्हें भारी फायदा हुआ। बता दें कि ईडी ने अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ कई शिकायतों के आधार पर अपनी फेमा जांच शुरू की है।
पसंदीदा विक्रेताओं को फायदा पहुंचाने का आरोप
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, ईडी की यह कार्रवाई कुछ पसंदीदा विक्रेताओं, अमेजन और फ्लिपकार्ट के जरिए कारोबार करने वाले विक्रेताओं द्वारा किए जा रहे वित्तीय लेनदेन से संबंधित है। एजेंसी यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत कर रही है। यह छापेमारी दिल्ली, गुरुग्राम, हैदराबाद और बेंगलुरु में कई स्थानों पर की गई है।