केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन मोदी सरकार में मंत्री हैं। वह केरल से आते हैं, लेकिन केरल को लेकर दिए उनके एक बयान के बाद सिसायी विवाद हो गया है। उन्होंने यह बयान केंद्रीय बजट औक केरल को लेकर दिया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर केरल को पिछड़ा राज्य घोषित कर दिया जाए तो उसे ज्यादा बजट आवंटन मिल सकता है।
दरअसल, केरल की सत्तारूढ़ माकपा और विपक्षी दल कांग्रेस ने शनिवार को पेश देश के आम बजट में केरल को कम हिस्सा मिलने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साध रही हैं।
कुरियन ने क्या कहा?
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 2025-26 के लिए बजट पेश किए जाने के फौरन बाद केंद्रीय राज्य मंत्री कुरियन ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, 'आवंटन पिछड़े राज्यों के लिए है। केरल को पिछड़ा घोषित करें? कहें कि हमारे पास सड़कें नहीं हैं, हमारे पास शिक्षा नहीं है। अगर केरल घोषित करता है कि राज्य शैक्षणिक और सामाजिक रूप से पिछड़ा है और बुनियादी ढांचे के लिहाज से पिछड़ा है, तो वित्त
आयोग इसकी जांच करेगा और सरकार को रिपोर्ट देगा।'
वहीं, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और कांग्रेस नेता वी डी सतीसन ने शनिवार को आरोप लगाया कि बजट में केरल की मांगों को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि केरल को अपर्याप्त फंड आवंटित किया गया है और राज्य को जिन पैकेजों की उम्मीद थी, उनकी उपेक्षा की गई है।
कुरियन को केरल से माफी मांगनी चाहिए
जॉर्ज कुरियन के बयान पर पलटवार करते हुए सीपीआई (एम) के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने कहा कि कुरियन को केरल से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'केरल में बीजेपी नेता राज्य को एक गरीब राज्य के रूप में देखना चाहते हैं। बीजेपी केरल को जीतने की अपनी कोशिशों में विफल रही है और अब पार्टी इसे पूरी तरह से गरीब राज्य बनाना चाहती है। बीजेपी ने केरल विरोधी रुख अपनाया है।'
इसके अलावा सीपीआई (एम) सरकार के कई मंत्रियों ने कुरियन को आड़े हाथों लिया है। वरिष्ठ कांग्रेस विधायक और विपक्षी नेता वी डी सतीसन ने कहा कि केंद्रीय मंत्री का बयान केरल का अपमान है।
मंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं
उन्होंने कहा कि जॉर्ज कुरियन को मंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उनके बयान वापस लेने के बाद माफी मांगनी चाहिए। बजट में केरल का कोई संदर्भ नहीं है। जब हम इस मुद्दे को राजनीतिक रूप से उठा रहे हैं, तो मंत्री पूरे राज्य का अपमान करने पर उतर आए हैं।
वी डी सतीसन ने आगे कहा कि केरल की मिली उपलब्धियों में बीजेपी और संघ परिवार की क्या भूमिका रही है? संघ परिवार उन उपलब्धियों को खत्म करना चाहता है जो केरल ने सालों में हासिल की हैं। मंत्री कुरियन के शब्द संघ परिवार की इच्छा को दर्शाते हैं।