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टेरिटोरियल आर्मी: धोनी से सचिन तक हैं अधिकारी, सेना के लिए खास क्यों?

टेरिटोरियल आर्मी में 50 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं। केंद्र सरकार के आदेश के बाद अब सेना प्रमुख इसमें शामिल जवानों को कभी भी बुला सकते हैं। पढ़ें इस आर्मी की पूरी कहानी।

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महेंद्र सिंह धोनी भी टैरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। (File Photo Credit: PTI)

भारत और पाकिस्तान के बीच जंग जैसे हालात बने हैं। केंद्र सरकार ने एक प्रशासनिक आदेश जारी कर सेना को टेरिटोरियल आर्मी को सक्रिय करने का आदेश दिया है। केंद्र सरकार के आदेश के बाद अब थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी टेरिटोरियल आर्मी रूल्स 1948 के रूल 33 के तहत टेरिटोरियल आर्मी के जवानों या सैन्य अधिकारियों को सेना की मदद के लिए तलब कर सकते हैं। 

टेरिटोरियल आर्मी एक अर्द्धसैनिक बल है। इसे सेकेंड लाइन ऑफ डिफेंस भी कहते हैं। जब देश में आपातकालीन स्थितियां बनती हैं, तब टेरिटोरियल आर्मी के जवानों को टेरिटोरियल आर्मी रूल्स 1948 के तहत तलब किया जा सकता है। टेरिटोरियल आर्मी में 50 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं, जिन्हें 65 से ज्यादा विभागों में तैनात किया गया है।

टेरिटोरियल आर्मी क्या है?
टेरिटोरियल आर्मी (TA) भारत की नियमित सेना का एक हिस्सा है, जिसे नागरिक सेना भी कहा जाता है। यह सेना के लिए सेकेंड लाइल ऑफ डिफेंस की तरह काम करती है। यह उन फौजिकों की टुकड़ी है, जो अलग-अलग व्यवसायों में शामिल रहते हैं लेकिन जरूरत की स्थिति में सेना की मदद के लिए तैयार रहते हैं। यह उन लोगों की सेना है जो सामान्य जीवन में अपना काम करते हैं, लेकिन जरूरत पड़ने पर सैनिक के रूप में सेवा देते हैं।

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चर्चित हस्तियां जो टेरिटोरियल आर्मी में शामिल हैं?
भारतीय जनता पार्टी के नेता अनुराग ठाकुर टैरिटोरियल आर्मी में कैप्टन रैंक पर हैं। महेंद्र सिंह धोनी लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। नाना पाटेकर कैप्टन पद पर तैनात हैं। सचिन पायलट लेफ्टिनेंट हैं। अभिनव बिंद्रा और अभिनव बिंद्रा लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। सचिन तेंदुलकर ग्रुप कैप्टन हैं। 

सचिन तेंदुलकर टैरिटोरियल आर्मी में ग्रुप कैप्टन हैं। (Photo Credit: PTI)

कैसे चुने जाते हैं जवान?
टेरिटोरियल आर्मी की वेबसाइट के मुताबिक इस सेना में भर्ती होने के लिए लिखित परीक्षा पास करनी होती है। फिर इंटरव्यू होता है। उम्मीदवारों की आयु 18 से 42 वर्ष होनी चाहिए। अगर आप अधिकारी बनना चाहते हैं तो आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। सैनिक बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता 10वीं और 12वीं है। टेरिटोरियल आर्मी में शामिल होने के लिए शारीरिक रूप से सक्षम होना अनिवार्य है। शारीरिक और मेडिकली फिट होना जरूरी है।
 

परीक्षा क्या है, एक नजर में 
टेरिटोरियल आर्मी की आधिकारिक वेबसाइट www.jointerritorialarmy.gov.in और www.jointerritorialarmy.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अधिकारी पद के लिए सामान्य ज्ञान, अंग्रेजी, और रीजनिंग की परीक्षा होती है। स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की ओर से परीक्षा आयोजित कराई जाती है।

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इंटरव्यू में क्या होता है?
प्राइमरी इंटरव्यू बोर्ड (PIB) की ओर से इंटरव्यू लिया जाता है। इंटरव्यू में पास होने के बाद ही टेरिटोरियल आर्मी में नियुक्ति होती है।

फिजिकल परीक्षा में क्या होता है?
दौड़ लगवाई जाती है, पुश-अप्स और दूसरी शारीरिक गतिविधियों की जांच कराई जाती है।


मेडिकल टेस्ट में क्या होता है?
यह जांचा जाता है कि आप फिजकली फिट हैं या नहीं हैं। 

अगर चयनित हों तो क्या होता है?
चयनित उम्मीदवारों को सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता है।

नाना पाटेकर भी टैरिटोरियल आर्मी में हैं। (Photo Credit: Social Media)

बिना परीक्षा के कैसे चुने जाते हैं जवान?
अगर आप असाधारण सेवा, नेतृत्व, या देश के प्रति विशेष योगदान दे रहे हैं तो आपको मानद रैंकिंग दी जा सकती है। यह रैंक औपचारिक सैन्य रैंक की तरह कार्यात्मक नहीं होती, बल्कि सम्मान और मान्यता के रूप में दी जाती है। 

कैसे मिलती है मानद उपाधि?
मानद रैंक की सिफारिश टेरिटोरियल आर्मी के सीनियर अधिकारी या सेना मुख्यालय की ओर से की जाती है। जब इस पर सरकार मुहर लगाती है, तभी नियुक्ति की जाती है। यह रैंक प्रतीकात्मक होती है और इसके तहत चुने गए लोगों को कोई सैन्य कमान नहीं दिया जाता है।

क्या काम करते हैं TA के जवान?

  • नियमित सेना को छोटी-मोटी ड्यूटियों से मुक्त करना।
  • प्राकृतिक आपदाओं में नागरिक प्रशासन की मदद करना।
  • बिजली, पानी, परिवहन जैसी जरूरी सेवाओं के लिए खाम करना।
  • देश की सुरक्षा को खतरा होने पर सेना का साथ देते हैं।
  • जरूरत पड़ने पर नियमित सेना के लिए अतिरिक्त टुकड़ियों में शामिल होते हैं।

टेरिटोरियल आर्मी का इतिहास क्या है?
भारत की टेरिटोरियल आर्मी की नींव 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में पड़ी। तब इसकी भूमिका वालंटियर फोर्स की तरह रही। 1917 के भारतीय रक्षा बल अधिनियम में विश्वविद्यालयों को रक्षा टुकड़ियां देने का प्रावधान किया गया। नेताजी सुभाष चंद्र बोस और पंडित जवाहरलाल नेहरू जैसे लोगों ने तब कलकत्ता और इलाहाबाद विश्वविद्यालय कोर में हिस्सा लिया। महात्मा गांधी भी दक्षिण अफ्रीका में एक वालंटियर फोर्स में बल में सर्जेंट मेजर थे। 1920 में इंडियन टेरिटोरियल फोर्स का गठन हुआ। इसे सेना का अहम हिस्सा माना गया। आजादी के बाद, 18 अगस्त 1948 को 11 यूनिट्स के साथ इसकी औपचारिक शुरुआत हुई थी। 

अभी टेरिटोरियल आर्मी में कितने जवान हैं?
टेरिटोरियल आर्मी में 50,000 जवान शामिल हैं। टेरिटोरियल आर्मी के जवानों की नियुक्ति अलग-अलग बटालियनों में भी होती है। साल 1962, 1965, 1971 के युद्धों में टेरिटोरियल आर्मी के जवानों ने भी हिस्सा लिया था। श्रीलंका, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के अभियानों में भी ये जवान शामिल रहे हैं। प्राकृतिक आपदा की स्थिति में भी इन जवानों की मदद ली जाती है। टेरिटोरियल आर्मी के जवानों को भी वीरता पुरस्कार मिलता है, अगर वे ड्यूटी पर हैं तो उन्हें भी वही अधिकार होते हैं, जो नियमित सैनिक के होते हैं। 

टेरिटोरियल आर्मी का काम क्या है?
टेरिटोरियल आर्मी भारत की नियमित सेना का हिस्सा है। इसका मुख्य काम नियमित सेना को मदद देना है। यह प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नागरिक प्रशासन की मदद करती है, आवश्यक सेवाओं को बनाए रखती है। युद्ध की स्थिति में देश के लिए लड़ती है। टेरिटोरियल आर्मी के अधिकारियों और जवानों को उनके वीरता और उत्कृष्ट सेवाओं के लिए कई पुरस्कार मिले हैं। इनमें 1 कीर्ति चक्र, 5 अति विशिष्ट सेवा मेडल, 5 वीर चक्र, 5 शौर्य चक्र, 1 युद्ध सेवा मेडल, 74 सेना मेडल, 28 विशिष्ट सेवा मेडल, 17 मेंशन-इन-डिस्पैचेस, और 266 सेना प्रमुख प्रशस्ति पत्र शामिल हैं।

टेरिटोरियल आर्मी में बने रहने की शर्त क्या है?

  • हर साल कम से कम 30-60 दिनों का अनिवार्य प्रशिक्षण
  • आर्मी ट्रेनिंग में हिस्सा लेना, जब भी सेना तलब करे
  • नियमित रूप से फिजिकल फिटनेस टेस्ट पास करना
  • सैन्य नियमों और अनुशासन का पालन करना
  • टेरिटोरियल आर्मी की बैठकों में हिस्सा लेना


रिटायर कब होते हैं?
टेरिटोरियल आर्मी के जवान सामान्यतः 42 वर्ष की आयु में रिटायर होते हैं। अधिकारी 50 से 55 साल की उम्र में रिटायर होते हैं। रिटायरमेंट की उम्र और शर्तें रैंक, सेवा अवधि, फिटनेस, और TA के नियमों पर निर्भर करती हैं। 

क्यों चर्चा में रहती है ये सेना?
टेरिटोरियल आर्मी में कई सितारे शामिल हैं। क्रिकेटर, फिल्मी हस्तियां और राजनेताओं के शामिल होने की वजह से टेरिटोरियल आर्मी हमेशा चर्चा में रहती है। यह देश की नागरिक सेना है, जो संकट के वक्त सेना की मदद के लिए हाजिर रहती है। जब-जब सेना बुलाती है, टेरिटोरियल आर्मी के जवान जाते हैं। करगिल युद्ध में मशहूर फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने भी हिस्सा लिया था।  

 

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