हाल ही में आई ADR की एक रिपोर्ट में पता चला है कि देश के मुख्यमंत्रियों की सैलरी, संपत्ति और कर्ज कितना है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू संपत्ति के मामले में सबसे आगे हैं। वहीं, लगभग दो दशक से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज ममता बनर्जी सबसे कम संपत्ति वाली मुख्यमंत्री हैं। ये नेता कितने कर्ज में हैं, कहां-कहां से कमाते हैं सबका खुलासा इस रिपोर्ट में हुआ है। कुछ मुख्यमंत्री ऐसे हैं जिनकी संपत्ति बेहद कम है तो कुछ ऐसे भी हैं जिनकी संपत्ति अरबों रुपये में है। कुछ सीएम भारी कर्ज में हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें किसी को एक रुपये भी नहीं चुकाने हैं।
ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू मौजूदा समय में सबसे अमीर हैं। उनकी संपत्ति लगभग 931 करोड़ रुपये है। उन पर 180 10 करोड़ रुपये का कर्ज भी है। उनकी पत्नी और परिवार के अन्य लोगों के पास भी सैकड़ों करोड़ की संपत्ति है। इस साल के चुनाव के दौरान दिए गए हलफनामे के मुताबिक, नायडू और उनकी पत्नी की संपत्ति में 41 पर्सेंट का इजाफा हुआ था। उनके परिवार की कई कंपनियां हैं, परिवार के पास कई किलोग्राम सोना और चांदी है जिसके चलते संपत्ति न सिर्फ अरबों में है बल्कि कंपनियों के शेयर के दाम बढ़ने से लगातार इजाफा भी हो रहा है।
कहां से कमाते हैं चंद्रबाबू नायडू?
आईटीआर के मुताबिक, 2021-22 में चंद्रबाबू नायडू की आय 18.39 लाख रुपये और उनकी पत्नी की आय 11.34 लाख रुपये थी। उनके पास 767 करोड़ रुपये के शेयर हैं जो अलग-अलग कंपनियों के हैं। कई बार विधायक और सांसद रहे चंद्रबाबू नायडू को पेंशन के अलावा मौजूदा समय में मुख्यमंत्री की सैलरी भी मिलती है। इसके अलावा शेयर से मिलने वाले डिविडेंड से भी कमाई होती है। वहीं उनकी पत्नी की सैलरी, अन्य बिजनेस और किराए से कमाई होती है।
कितनी है ममता बनर्जी की संपत्ति?
पिछले 5 चुनावों की बात करें तो ममता बनर्जी की संपत्ति 2004 में 3.75 लाख थी। 2009 में यह 4.73 लाख हुई। 2011 में 15.84 लाख, 2016 में 30.45 लाख और 2021 के चुनाव में ममता बनर्जी ने अपने हलफनामे में बताया कि उनकी संपत्ति 16.72 लाख पहुंच गई है। 2021 के चुनावी हलफनामे के मुताबिक, ममता बनर्जी के बैंक खाते में 13.11 लाख रुपये और कैश 62 हजार रुपये थे। उनके पास 43 हजार रुपये के गहने और 1 लाख रुपये की अन्य संपत्ति थी। अचल संपत्ति के नाम पर ममता बनर्जी के पास कुछ भी नहीं था। उनके पास न तो कोई कार है, न कोई पैतृक संपत्ति है और न ही कोई निजी घर है। उन पर कोई कर्ज या टैक्स का बकाया भी नहीं है।
कहां से कमाती हैं ममता बनर्जी?
ममता बनर्जी के हलफनामे के मुताबिक, उनकी किताबों की बिक्री से मिलने वाली रॉयल्टी और बैंक में जमा पैसों पर मिलने वाले ब्याज से ही उनकी कमाई होती है। ममता बनर्जी पेंटिंग भी बनाती हैं और किताबें लिखती रहती हैं। उनकी किताबें जागो बांग्ला के तहत बेची जाती हैं और ममता बनर्जी का कहना है कि उनकी कमाई का जरिया यही रॉयल्टी ही है। इसके अलावा ममता बनर्जी का कहना है कि वह गानों के लिरिक्स भी लिखती हैं और इसके एवज में पैसे लेती हैं।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधायकों की सैलरी 50 हजार रुपये, राज्यमंत्री की 50,900 और मंत्रियों की सैलरी 51 हजार रुपये है। इसमें भत्ते मिलाकर यह 80 हजार के पार पहुंच जाती है और मंत्रियों को एक लाख रुपये से ज्यादा मिलते हैं। सितंबर 2023 में जब सैलरी में बढ़ाई गई थी तब मुख्यमंत्री की सैलरी में कोई बदलाव नहीं किया गया था। उस समय विधानसभा स्पीकर बिमान बनर्जी ने सीएम ममता बनर्जी से कहा भी था कि भले ही वह मुख्यमंत्री पद की सैलरी नहीं लेती हैं लेकिन इसे बढ़ाया जाना चाहिए। नियमों के मुताबिक, ममता बनर्जी को विधायक, सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री होने के नाते पेंशन के रूप में लाखों रुपये मिल सकते हैं लेकिन वह इसे भी नहीं लेती हैं।