भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश की राजधानी में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। गरज-चमक के साथ 30 से 40 किमी की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान जताया। शाम 5:11 बजे विभाग से जारी अलर्ट के मुताबिक रात 8:11 बजे तक भारी बारिश की संभावना है। इस बीच अधिकारियों ने लोगों से घरों पर रहने और निचले इलाकों में जाने से बचने की अपील की।आईएमडी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, अगले 3 घंटों में दिल्ली-एनसीआर, दक्षिण हरियाणा, पूर्वी राजस्थान और उत्तरी गुजरात में भारी बारिश की संभावना है।'
आईएमडी के मुताबिक दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग में शाम 5:30 बजे तक 24.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। लोधी रोड में 27 और पालम में 16.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। उधर, शनिवार शाम और रविवार को सिविल लाइंस, लाल किला, लाजपत नगर, नरेला, बवाना, अलीपुर और आईटीओ में बारिश की संभावना है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हुई बारिश के बाद जलभराव की वजह से उत्तर, मध्य, दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में जाम जैसी स्थिति देखने को मिली। नोएडा के सेक्टर 16 में भी जलभराव देखने को मिला।
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कितना रहा दिल्ली का तापमान?
दिल्ली लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक एक दिन में बाढ़ नियंत्रण कक्ष को जलभराव की 10 शिकायतें मिली हैं। अधिकांश को एक घंटे के भीतर ही दूर कर दिया गया। शनिवार की शाम दिल्ली का अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह औसत से 0.3 डिग्री कम था। अगर न्यूनतम तापमान की बात करें तो 25.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
दिल्ली की हवा हुई साफ
अलग-अलग इलाकों में हुई मूसलाधार बारिश के बाद दिल्ली की हवा साफ हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक शाम छह बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 93 तर्ज किया गया। बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है। अगर यह आंकड़ा 51 से 100 के बीच है तो वह संतोषजनक है।
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लोगों से सावधानी बरतने की अपील
दिल्ली एनसीआर में भारी बारिश के अलर्ट के साथ-साथ आईएमडी ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की। विभाग ने लोगों से कच्चे घरों, दीवारों, झोपड़ियों और बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह दी।
- जरूरी काम न हो तो घर से बाहर न निकलें।
- खिड़की और दरवाजों को बंद रखें।
- पेड़ के नीचे न रुकें।
- नदी-नालों से दूर रहें।
- यातायात नियमों का पालन करें।
- बारिश होने पर सुरक्षित स्थान पर शरण लें।
- बिजली के खुले तौर बिल्कुल न झुएं।