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ड्राइविंग के लिए 5वां सबसे खतरनाक देश है भारत, अमेरिका तीसरे नंबर पर

अमेरिकी ड्राइवर कंपनी जूटोबी की रिपोर्ट के मुताबिक, ड्राइविंग के लिहाज भारत दुनिया का 5वां सबसे खतरनाक देश है। अमेरिका इस मामले में तीसरे नंबर पर है।

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प्रतीकात्मक तस्वीर। (Photo Credit: PTI)

दक्षिण अफ्रीका दुनिया का वह देश है, जहां ड्राइविंग सबसे खतरनाक है। इस मामले में भारत पांचवें नंबर पर है। अमेरिकी ड्राइवर कंपनी जूटोबी की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। इस रिपोर्ट में गाड़ी चलाने के मामले में नॉर्वे को सबसे सेफ माना गया है। 


इस साल की रिपोर्ट में दक्षिण अफ्रीका को ड्राइविंग के मामले में सबसे खतरनाक माना गया है। दूसरे नंबर पर थाईलैंड, तीसरे पर अमेरिका और चौथे पर अर्जेंटिना है। 53 देशों की लिस्ट में भारत 49वें नंबर पर है। यानी, ड्राइविंग के लिहाज से भारत दुनिया का पांचवां सबसे असुरक्षित देश है।


ड्राइविंग को लेकर जूटोबी हर साल अपनी रिपोर्ट जारी करता है। ब्लड अल्कोहल, गाड़ी की स्पीड और सड़क हादसों में होने वाली मौतों के आधार पर यह रिपोर्ट जारी की जाती है। 

 

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चौथे से 5वें नंबर पर आया भारत

2023 में भारत ड्राइविंग के लिहाज से चौथा सबसे खतरनाक देश था। हालांकि, 2024 में भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है और अब यह 5वें नंबर पर आ गया है। 


रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में लोग औसतन 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चलाते हैं। नशे में गाड़ी चलाने के दौरान होने वाली मौत की दर 4.1 फीसदी है। वहीं, गाड़ी चलाते समय सीट बेल्ट लगाने की दर 7.3 फीसदी है।


जूटोबी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि भारत में सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजह तेज रफ्तार में गाड़ी चलाना और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करना है। इसके साथ ही नशे की हालत में गाड़ी चलाना भी बड़ी वजह है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लापरवाही से गाड़ी चलाना न सिर्फ ड्राइवर के लिए खतरनाक है, बल्कि सड़क पर चल रहे दूसरे लोगों की जान के लिए भी खतरा है।

 

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नॉर्वे लगातार चौथे साल सबसे सेफ

नॉर्वे लगातार चौथे साल सबसे सुरक्षित देश बना हुआ है। यहां सख्त ट्रैफिक कानून, अच्छी सड़कें और जिम्मेदार ड्राइविंग कल्चर है। वहीं, दक्षिण अफ्रीका लगातार दूसरे साल सबसे अनसेफ बना है। 53 देशों की लिस्ट में अमेरिका 51वें नंबर पर है। 


रिपोर्ट में बताया है कि दुनियाभर में सड़क हादसों में होने वाली मौतों में थोड़ी कमी आई है। सड़क हादसों में पहले एक लाख लोगों पर होने वाली मौत की दर 8.9 थी जो अब घटकर 6.3 पर आ गई है।

भारत में कितने सड़क हादसे?

सड़क दुर्घटनाओं और इनमें होने वाली मौतों के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। सड़क और परिवहन मंत्रालय के मुताबिक, 2013 से 2022 के बीच 10 साल में देशभर में 46 लाख से ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं। इन हादसों में 15 लाख से ज्यादा मौतें हुई हैं। यानी, हर साल औसतन 4.6 लाख सड़क हादसे होते हैं, जिनमें 1.5 लाख लोगों की मौत हो जाती है।

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