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मुस्लिम देशों के संगठन पर क्यों भड़का भारत? खूब खरी-खरी सुनाई

भारत ने इस्लामिक सहयोग संगठन के बयान को तथ्यों से परे और अनुचित करार दिया। पाकिस्तान पर ओआईसी के मंच के दुरुपयोग का आरोप लगाया।

Foreign Minister S. Jaishankar.

विदेश मंत्री एस. जयशंकर। ( Photo Credit: X/@DrSJaishankar)

इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की बैठक में सिंधु जल समझौते का मुद्दा उठा। ओआईसी देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में सिंधु जल समझौते को जारी रखने पर जोर दिया गया। संगठन ने कहा कि सिंधु जल समझौते को तोड़ा नहीं जाना चाहिए। भारत और पाकिस्तान को इसका पालन करना चाहिए। भारत के आंतरिक मामले ओआईसी के दखल पर विदेश मंत्रालय ने कड़ी आपत्ति जताई। मंत्रालय ने कश्मीर पर संगठन की बेबुनियाद बयान को खारिज कर दिया। बयान को विदेश मंत्रालय ने तथ्यों से परे और राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया।

 

तुर्किये के इस्तांबुल शहर में ओआईसी के 51वें सत्र की बैठक हो रही है। इसी दौरान भारत के बारे में सगंठन ने गलत बयानबाजी की। सोमवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ओआईसी के विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक में अनुचित और तथ्यात्मक रूप से गलत संदर्भों को खारिज करता है। पाकिस्तान ने आतंकवाद को राज्य शिल्प में बदल दिया है। अब उससे प्रेरित यह बयान ओआईसी मंच के लगातार दुरुपयोग को दिखाता है। 

 

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आतंकवाद को मनाने में विफल रहा ओआईसी


ओआईसी पाकिस्तान से पैदा होने वाले आतंकवाद और उसके खतरे को मनाने में बार-बार विफल रहा। सबसे ताजा सबूत पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले में देखने को मिला। यह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में वैश्विक आम सहमति के इतर जानबूझकर उपेक्षा को दिखाता है।

 

 

अंदरूनी मामलों पर टिप्पणी का हक नहीं


कश्मीर पर ओआईसी के बयान का विदेश मंत्रालय ने जोरदार खंडन किया। मंत्रालय ने कहा कि ओआईसी को भारत के अंदरूनी मामलों पर टिप्पणी करने का कोई हक नहीं है। जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न और संप्रभु हिस्सा है। यह तथ्य भारतीय संविधान में निहित है और अपरिवर्तनीय रूप से तय किया गया है।

पाकिस्तान ने ओआईसी एजेंडे को किया हाईजैक

भारत ने पाकिस्तान पर ओआईसी के एजेंडे को हाईजैक करने का आरोप लगाया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि ओआईसी एजेंडे को पाकिस्तान हाईजैक करके अपने प्रचार को बढ़ावा दे रहा है। संगठन को राजनीतिकरण की अनुमति देने से जुड़े खतरों पर गहराई से विचार करना चाहिए। भारत ने आगाह किया कि कोई भी तरीका ओआईसी की विश्वसनीयता और प्रासंगिकता को कमजोर कर सकता है।

 

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पाकिस्तान को भी भारत ने खूब सुनाया

पाकिस्तान ने भारत पर अकारण और अनुचित सैन्य हमले का आरोप लगाया। भारत ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। भारत ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर किया। यह पाकिस्तान में मौजूद आतंकी शिविरों के खिलाफ आत्मरक्षा का सटीक और वैध काम था। पाकिस्तान ने सिर्फ भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की बात कही है, लेकिन यह बेतुकी है। पाकिस्तान ने नागरिक आबादी को निशाना बनाया। लोगों के जीवन को खतरे में डाला। उसके हमलों में कई मौतें और लोग चोटिल हुए हैं। 

पाकिस्तान का रिकॉर्ड बेहद खराब

भारत का ने कहा कि पाकिस्तान का मानवाधिकार का रिकॉर्ड बहुत खराब है। उसका इतिहास आतंकियों को शरण देना, पालना और उन्हें सशक्त बनाने का है। आज वही देश आतंकवाद और मानवाधिकारों पर अन्य देशों को भाषण दे रहा है। ओआईसी बैठक में पाकिस्तान का बयान शासन की विफलता के अलावा राज्य प्रायोजित आतंकवाद, अल्पसंख्यक उत्पीड़न और सांप्रदायिक हिंसा के अपने भयावह रिकॉर्ड से अंतरराष्ट्रीय ध्यान हटाने की हताश कोशिश से अधिक कुछ नहीं है।

 

 

 

 

 

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