राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने स्पेशल कोर्ट के सामने दलील देते हुए कहा है कि वह एक सिंडीकेट का हिस्सा हैं। रन्या राव को 3 मार्च को दुबई से लौटते समय कथित तौर पर 14.2 किलोग्राम सोने की तस्करी करने की कोशिश करते हुए बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था।
बेंगलुरु में आर्थिक अपराधों के लिए एक विशेष अदालत ने शुक्रवार को राव उर्फ हर्षवर्धिनी रन्या को तीन दिनों के लिए डीआरआई की हिरासत में सौंप दिया। डीआरआई ने एक बड़ी साजिश और सोने की तस्करी के रैकेट के अस्तित्व की जांच के आधार पर उनकी हिरासत मांगी थी।
'प्रोटोकॉल का किया दुरुपयोग'
स्पेशल कोर्ट ने कहा कि डीआरआई की जांच से पता चला है कि 'प्रोटोकॉल का दुरुपयोग करके अपराध करने के लिए एक सिंडिकेट मौजूद है'। अदालत ने यह भी कहा कि एक्ट्रेस द्वारा भारत में अवैध रूप से 14.2 किलोग्राम सोने की तस्करी करने के लिए कथित तौर पर सोने की छड़ों को क्रेप बैंडेज और टिश्यू पेपर का प्रयोग करके शरीर के चारों तरफ लपेटा गया था।
अदालत में पेश किए गए अपने हलफनामे में डीआरआई ने कहा कि राव ने 12.56 करोड़ रुपये मूल्य के 14.2 किलोग्राम सोने की तस्करी करने की कोशिश की और अपने पास सोना छिपाकर 4.83 करोड़ रुपये के सीमा शुल्क से बचने की कोशिश कर रही थी।
आंखों के नीचे थे काले घेरे
शुक्रवार को जब अभिनेत्री को अदालत में पेश किया गया। तो उनकी आंखों के चारों ओर काले घेरे नजर आए और डीआरआई की महिला अधिकारियों की टीम द्वारा उन्हें कोर्ट से ले जाए के पहले अपने वकीलों से बात करते समय वह रो पड़ीं।
राव ने अपने वकीलों से कहा कि वह 'मेंटल ट्रॉमा' से गुज़र रही हैं। उन्होंने कहा, 'मैं सोचती रहती हूं कि मैं इसमें क्यों फंस गई। मेरा दिमाग हवाई अड्डे पर बिताए दिन की यादों में खो जाता है। मैं सो नहीं पाती...मैं मेंटल ट्रॉमा से गुज़र रही हूं।'
पूछताछ के लिए चाहिए थी हिरासत
डीआरआई ने अदालत को बताया कि राव के हिरासत की जरूरत है ताकि उनके मोबाइल फ़ोन और लैपटॉप से मिले फोरेंसिक सबूतों के बारे में पूछताछ की जा सके। स्पेशल कोर्ट ने फ़ैसला सुनाया कि डीआरआई का दावा ठीक था और 'सिंडिकेट की संलिप्तता व प्रोटोकॉल के दुरुपयोग के बारे में भी जांच करनी चाहिए'।
स्पेशल कोर्ट ने 10 मार्च तक के लिए डीआरआई को रन्या राव की हिरासत दे दी है। डीआरआई ने पहले अदालत को बताया था कि राव ने पिछले छह महीनों में 27 बार दुबई की यात्रा की और इस बारे में जांच की जरूरत है।
रन्या ने कथित तौर पर गिरफ्तारी के तुरंत बाद पूछताछ के दौरान डीआरआई को बताया कि वह दुबई में रियल एस्टेट में एक फ्रीलांसर थी।
17 सोने की छड़ें हुईं बरामद
उन्होंने कथित तौर पर यह भी स्वीकार किया कि डीआरआई ने उसके कब्जे से 17 सोने की छड़ें बरामद की हैं। राव कर्नाटक में एक वरिष्ठ डीजीपी रैंक के आईपीएस अधिकारी की सौतेली बेटी है। कथित तौर पर दुबई की उनकी लगातार यात्राओं ने संदेह पैदा किया और वह डीआरआई के रडार पर आ गईं।
डीआरआई ने राव की गिरफ्तारी पर एक आधिकारिक बयान में कहा, 'जांच करने पर, 14.2 किलोग्राम वजन के सोने के छड़ पाए गए, जो (उसके) शरीर पर चालाकी से छिपाए गए थे।'
डीआरआई इस मामले की जांच कर रही है। इसके मुताबिक यह 'हाल के दिनों में बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोने की सबसे बड़ी जब्ती में से एक' है।
राव ने कथित तौर पर बेंगलुरु हवाई अड्डे से बाहर निकलने के लिए वीआईपी चैनलों (प्रोटोकॉल) का इस्तेमाल किया, जिसकी वजह से आमतौर पर होने वाली यात्रियों की जांच से वह बच जाती थीं।
आवास पर ली तलाशी
सोमवार को बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर, राव के साथ उनके आर्किटेक्ट पति भी थे, जिनसे उन्होंने चार महीने पहले शादी की थी। राव की गिरफ़्तारी के बाद, डीआरआई अधिकारियों ने उनके आवास पर तलाशी ली, जिसमें 2.06 करोड़ रुपये के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए।
डीआरआई के अनुसार, मामले में कुल जब्ती 17.29 करोड़ रुपये है। डीआरआई ने कहा, 'महिला यात्री को सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत गिरफ़्तार किया गया है।'