logo

ट्रेंडिंग:

10 सैटलाइट 24 घंटे करते हैं बॉर्डर की निगरानी, ISRO चीफ का बयान

भारत और पाकिस्तान के संघर्ष विराम के बाद इसरो चीफ वी. नारायणन का एक बयान आया है। वी. नारायणन ने कहा है कि 10 सैटेलाइट 24 घंटे देश की सीमाओं पर सुरक्षा की निगरानी कर रही हैं।

v Narayanan

वी. नारायणन, photo credit: PTI

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते तनावपूर्ण बने हुए हैं। 4 दिन के संघर्ष के बाद 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर हो गया है लेकिन भारत सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सतर्क है। इस बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चेयरमैन वी. नारायणन ने एक बड़ा बयान दिया है। वी. नारायणन ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए 10 सैटलाइट 24 घंटे काम कर रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा में सैटलाइट और ड्रोन के महत्व का भी जिक्र किया।

 

इसरो के चेयरमैन केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय अगरतला की पांचवीं कन्वोकेशन में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए 10 सेटेलाइट 24 घंटे काम कर रही हैं। उन्होंने कहा, 'अगर हम अपने देश की सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो हमें अपने उपग्रहों के माध्यम से सेवा करनी होगी। हमें अपने 7,000 किलोमीटर के समुद्री इलाकों की निगरानी करनी है। सैटलाइट और ड्रोन तकनीक के बिना हम बहुत कुछ हासिल नहीं कर सकते।'

 

यह भी पढ़ें: विराट कोहली के रिटायरमेंट पर सब रह गए हैरान, पढ़िए किसने, क्या कहा?

 

सैटेलाइट से निगरानी


सैटेलाइट के जरिए देश की सीमाओं की निगरानी की जा रही है और सैटलाइट तकनीक का देश की सुरक्षा के लिए व्यापक इस्तेमाल हो रहा है। वी नारायणन ने कहा, 'आप सभी हमारे पड़ोसियों के बारे में जानते हैं। ऐसे में हमें देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सैटलाइट्स की मदद लेनी पड़ती है। हम 7000 किलोमीटर का इलाका कवर कर रहे हैं। साथ ही पूरे उत्तर पूर्व पर भी लगातार निगरानी की जा रही है और बिना सैटलाइट्स और ड्रोन की मदद के हम इसे हासिल नहीं कर सकते।' 

 

ड्रोन तकनीक बेहद अहम


भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्ष में दोनों देशों ने ड्रोन का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान पंजाब सीमा पर लंबे समय से ड्रोन के जरिए नशा और विस्फोटक भेजने की कोशिश करता रहा है। इसरो चीफ वी. नारायणन ने भी राष्ट्रीय सुरक्षा में  ड्रोन के महत्व को बताया। इसरो चीफ ने कहा की हम राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल से बहुत कुछ हासिल कर सकते। उन्होंने कहा कि तकनीक के इस युग में सैटलाइट और ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल राष्ट्रीय सुरक्षा में मददगार साबित हो सकता है। 

 

भारत ने कितने सैटेलाइट लॉन्च किए?


अब तक इसरो ने कुल 127 भारतीय सैटलाइट लॉन्च की है। इनमें निजी ऑपरेटरों और शैक्षणिक संस्थानों के सेटेलाइट भी शामिल हैं। इनमें से 22 लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) और 29 जियो-सिंक्रोनस अर्थ ऑर्बिट में हैं, जो केंद्र सरकार के अधिन हैं। भारत के पास करीब एक दर्जन स्पाई या सर्विलांस उपग्रह हैं। इनमें कार्टोसैट और रीसैट सीरीज के साथ-साथ EMISAT और माइक्रोसैट सीरीज भी शामिल हैं, जिन्हें विशेष रूप से निगरानी के लिए ही तैयार किया गया है।

 

यह भी पढ़ें: पिता आतंकवादी, बेटा PAK सेना का प्रवक्ता; जनरल अहमद शरीफ चौधरी


अगले 5 साल अहम


भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में लगातार अपनी क्षमता को बढ़ा रहा है। कुछ दिन पहले, भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (IN-SPACE) के अध्यक्ष पवन कुमार गोयनका ने ग्लोबल कॉन्फ्रेंस ऑन स्पेस एक्सप्लोरेशन (GLEX) 2025 में कहा था कि भारत अंतरिक्ष-आधारित निगरानी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अगले पांच वर्षों में 52 उपग्रहों का एक समूह कक्षा में स्थापित करेगा। पवन कुमार गोयनका ने कहा, 'भारत के पास पहले से ही काफी मजबूत क्षमताएं हैं। बस इसे लगातार बढ़ाने की जरूरत है। इस योजना का उद्देश्य रक्षा क्षेत्र की निगरानी क्षमताओं को बढ़ाना है। अब तक यह मुख्य रूप से इसरो द्वारा किया गया था। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, हम निजी क्षेत्र को भी इसमें शामिल करेंगे।' नए उपग्रह भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना को दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखने, सीमाओं की निगरानी करने और सैन्य अभियानों के दौरान वास्तविक समय में सहयोग को सुधारने में मदद करेंगे।

 

वी. नारायणन ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि डिग्री लेने के बाद आपकी जिम्मेदारी समाज को कुछ देने की है। बता दें कि 18 मई को इसरो एक और निगरानी उपग्रह  EOS-09 (RISAT-1B) लॉन्च करने वाला है। यह उपग्रह भारत की सीमाओं पर संवेदनशील सीमाओं पर निगरानी में मदद करेगा। वी. नारायणन ने कहा कि अगले 100 साल पूरे होने से पहले भारत हर क्षेत्र में सबसे आगे होगा और दुनिया में अहम रोल निभाएगा। 

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap