अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस इस वक्त भारत की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। मंगलवार को उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि अमेरिका और भारत एक साथ विकास करे। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के पास एक दूसरे को देने के लिए बहुत कुछ है। उन्होंने अपनी भारत यात्रा के दौरान जयपुर के आमेर फोर्ट की भी यात्रा की। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी ऊषा वेंस और उनके तीन बच्चे- इवान, विवेक और मीराबेल-भी थे।
जयपुर दौरे के बाद उन्होंने कहा कि अमेरिकी ऊर्जा, भारत के न्यूक्लियर पावर प्रोडक्शन में काफी मददगार साबित हो सकती है और यह एआई के भविष्य के लिए भी बहुत जरूरी है क्योंकि एनर्जी सिक्युरिटी के बिना एआई का कोई भविष्य नहीं है। आगे उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे उन्हें बहुत पसंद करते हैं।
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कुछ नया बनाने की जरूरत
उन्होंने आगे कहा, 'हम निष्पक्षता और साझा राष्ट्रीय हितों के आधार पर व्यापारिक भागीदारों की तलाश करते हैं। हम अपने विदेशी भागीदारों के साथ ऐसे रिश्ते बनाना चाहते हैं जो अपने वर्कर का सम्मान करते हैं, जो निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उनके वेतन को दबाते नहीं हैं, बल्कि उनकी मेहनत की कद्र करते हैं।'
वेंस ने जोर देते हुए कहा, 'हम ऐसे साझेदार चाहते हैं जो अमेरिका के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हों, न कि केवल व्यापार और दूसरों के माल की शिपिंग के लिए खुद को जरिया बनने दे। और, अंत में, हम ऐसे लोगों और देशों के साथ साझेदारी करना चाहते हैं जो इस समय के महत्त्व को पहचानते हों। साथ मिलकर कुछ नया बनाने की जरूरत है, वैश्विक व्यापार का एक ऐसा सिस्टम जो संतुलित हो, जो खुली हुई व्यवस्था हो और जो स्थिर और निष्पक्ष हो।'
साझा लक्ष्य होने चाहिए
उन्होंने कहा कि हालांकि अमेरिका के साथ साझेदारी रखने वाले देशों को अमेरिका की तरह ही काम करने की जरूरत नहीं है, लेकिन उनके पास कुछ साझा लक्ष्य जरूर होने चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत के साथ ये साझा लक्ष्य अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों से संबंधित हैं।
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए जेडी वेंस ने कहा कि वह एक बेहतरीन निगोशिएटर हैं। उनका अपनी बात को लेकर सख्त होने के कारण ही अमेरिका में उनकी तारीफ होती है। उन्होंने कहा कि वह भारत के हितों के लिए खड़े रहते हैं और हम इसकी तारीफ करते हैं। उनकी इस यात्रा को काफी महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि अमेरिकी रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा के बाद से भारत अमेरिका के साथ ट्रेड डील को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहा है।
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भारत के लिए भी मुश्किल
डोनाल्ड ट्रम्प ने2 अप्रैल को घोषित नए टैरिफ के तहत भारतीय निर्यात पर 26% तक टैरिफ लगाया है, जो वर्तमान में 90 दिनों के लिए रुका हुआ है।
वेंस और मोदी के बीच बातचीत के बाद, अमेरिका ने कहा कि उसने द्विपक्षीय व्यापार समझौते की दिशा में 'महत्वपूर्ण प्रगति' की है। व्हाइट हाउस के एक बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने अब 'एक नए और आधुनिक व्यापार समझौते' पर बातचीत की शर्तों को अंतिम रूप दिया है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब नई दिल्ली अपने निर्यात को अमेरिका द्वारा संभावित टैरिफ बढ़ोतरी से बचाना चाहती है।