कांग्रेस पार्टी की महासचिव और वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी ने अपने भाई और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का बचाव किया है। गलवान घाटी के संघर्ष पर राहुल गांधी के बयान को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अगर कोई सच्चा भारतीय है तो ऐसी टिप्पणी नहीं करेगा। इस बयान पर प्रियंका गांधी ने कहा है कि न्यायपालिका यह तय नहीं कर सकती है कि कौन सच्चा भारतीय है। प्रियंका ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष होने के नाते राहुल का यह कर्तव्य है कि वह सरकार से सवाल पूछें। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी कभी भी सेना का अपमान कर ही नहीं सकते हैं। सोमवार को राहुल गांधी के बारे में सुप्रीम कोर्ट की ऐसी टिप्पणी आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी।
मंगलवार को संसद पहुंचीं प्रियंका गांधी से जब इसी बारे में पूछा गया तो उन्होंने अपने भाई का बचाव करते हुए यह कहा गया कि उनकी बात को गलत तरीके से कोट किया। इससे पहले, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने सोमवार को एक ट्वीट करके कहा था, 'जब कोई सरकार हमारी सीमाओं की रक्षा करने में इतनी बुरी तरह विफल हो जाती है तो हर नागरिक का नैतिक दायित्व है कि वह उसे जवाबदेह ठहराए लेकिन मोदी के भारत में, सवाल पूछने को राष्ट्र-विरोधी करार दिया जाता है, चुप रहना देशभक्ति है और सच्चे भारतीय का तमगा डरपोक, रीढ़विहीन और आंखों पर पट्टी बांधे हुए लोगों के लिए है।'
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प्रियंका गांधी ने क्या कहा?
अब प्रियंका गांधी ने इस पर कहा है, 'न्यायपालिका के प्रति पूरे सम्मान के साथ मैं यह कह रही हूं कि कौन सच्चा भारतीय है और कौन नहीं है, यह तय करना उनका काम नहीं है। यह कोई जस्टिस नहीं तय करेंगे। राहुल जी ने हमेशा सेना का आदर किया है, उनके दिल में सेना के प्रति, सैनिकों के प्रति और उनके अफसरों के प्रति पूरा आदर है। उनकी टिप्पणियों में वह आदर दिखता है। नेता प्रतिपक्ष का कर्तव्य है कि वह सरकार से सवाल पूछें। वह अपना कर्तव्य निभाते हैं। जब वह सरकार से सवाल पूछते हैं और सरकार को जवाब नही देना हो तब वह यह सब कराती है। अभी सदन नहीं चल रहा है। कितना मुश्किल है सदन चलाना?'
उन्होंने आगे कहा, 'आप SIR पर चर्चा क्यों नहीं करना चाहते हैं? ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हुई, आप SIR पर भी करिए। जब पूरे देश में इसे कराना चाहते हैं तो चर्चा भी कराएं। हमारी भी बाते हैं, हम रखेंगे। यह तो इनकी दुर्बलता है कि सदन ही नहीं चला पा रहे हैं।'
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दरअसल, दिसंबर 2022 में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी ने सेना के बारे में एक टिप्पणी की थी। इसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने लखनऊ की एक अदालत में राहुल के खिलाफ जारी कार्यवाही पर सोमवार को रोक लगा दी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से नाखुशी जाहिर करते हुए कहा कि अगर वह सच्चे भारतीय हैं, तो ऐसी बात नहीं कहेंगे।