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हाइड्रोजन से चलेगी ट्रेन, स्टेशनों पर फ्री Wi-Fi, रेलवे देगा नई सौगात

भारतीय रेल ने न सिर्फ देश में 6 हजार से ज्यादा रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई सुविधा देने की शुरूआत की है बल्कि जल्द ही हाइड्रोजन-पावर्ड ट्रेन भी आने वाली है।

representational Image । AI Generated

प्रतीकात्मक तस्वीर । AI Generated

भारतीय रेलवे लगातार यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने और देश के हर कोने को जोड़ने के लिए नई-नई पहल कर रहा है। हाल के दिनों में कई अहम बदलाव, तकनीकी उन्नति और बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की घोषणाएं हुई हैं, जो न सिर्फ यात्रियों के सफर को आसान बनाएंगे बल्कि भारत की रेलवे प्रणाली को आधुनिक और टिकाऊ बनाने की दिशा में भी बड़ा कदम हैं।

 

इन योजनाओं में मुफ्त वाई-फाई की सुविधा, देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन, नई रेल लाइनों का निर्माण, पटरियों का डबलीकरण, नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों की कनेक्टिविटी बढ़ना और पड़ोसी देशों की सीमाओं के नजदीक रेल परियोजनाओं का शुरू होना शामिल है। इन परिवर्तनों का असर सिर्फ रेलवे यात्रियों पर ही नहीं पड़ेगा बल्कि देश की अर्थव्यवस्था, पर्यटन और सुरक्षा रणनीति पर भी गहरा होगा। अगर आप भी ट्रेन से सफर करते हैं, तो इन नई जानकारियों को जानना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

 

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6,000 से ज्यादा स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई

रेलवे ने यात्रियों को डिजिटल सुविधा देने के लिए देशभर के 6,115 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा शुरू कर दी है। इस पहल का मकसद यात्रियों को सफर के दौरान बेहतर कनेक्टिविटी देना और ग्रामीण इलाकों में डिजिटल गैप को कम करना है। अब यात्री अपने ट्रेन का इंतजार करते समय या सफर के दौरान स्टेशन पर मुफ्त में इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह सुविधा खासतौर पर छोटे और दूरदराज़ के स्टेशनों पर भी दी जा रही है, जहां पहले इंटरनेट पहुंचना मुश्किल था। यह डिजिटल इंडिया मिशन को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।

देश की पहली हाइड्रोजन-पावर्ड ट्रेन तैयार

भारतीय रेलवे की हरित पहल के तहत देश की पहली हाइड्रोजन-पावर्ड ट्रेन तैयार हो चुकी है। रेलवे मंत्री ने इसका वीडियो शेयर किया है जिसमें ट्रेन के आधुनिक डिज़ाइन और अत्याधुनिक तकनीक की झलक मिलती है। यह ट्रेन डीज़ल और बिजली पर निर्भरता को कम करते हुए शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य पूरा करेगी। इससे न केवल प्रदूषण घटेगा बल्कि ईंधन पर होने वाला खर्च भी कम होगा। इस ट्रेन के संचालन से भारत ग्रीन ट्रांसपोर्टेशन के क्षेत्र में एक कदम आगे बढ़ेगा और यह आने वाले वर्षों में कई रूट्स पर शुरू की जा सकती है।

 

रेवाड़ी-फुलेरा रेल लाइन का दोहरीकरण

हरियाणा के रेवाड़ी से राजस्थान के फुलेरा-रींगस तक की रेल लाइन के दोहरीकरण के काम के चलते कई ट्रेनों का संचालन रद्द किया गया है या फिर उनका रूट बदला गया है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि यात्रा से पहले अपने ट्रेन शेड्यूल की जानकारी रेलवे की वेबसाइट या हेल्पलाइन से जरूर लें। दोहरीकरण का काम पूरा होने के बाद इस रूट पर ट्रेनों की गति और संख्या दोनों में वृद्धि होगी, जिससे दिल्ली, जयपुर और आसपास के इलाकों के यात्रियों को सीधा फायदा होगा।

मिज़ोरम में दौड़ेगी ट्रेन

पूर्वोत्तर भारत में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए मिज़ोरम को जल्द ही भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। इस सिलसिले में मिज़ोरम सरकार और आईआरसीटीसी ने एक पर्यटन समझौता किया है, जिसके तहत राज्य में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर और टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे न केवल मिज़ोरम के लोगों को देश के बाकी हिस्सों से जुड़ने के लिए बेहतर रेल कनेक्टिविटी मिलेगी, बल्कि राज्य में पर्यटन और व्यापार को भी नई ऊंचाई मिलेगी।

 

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बॉर्डर पर चीन बना रहा रेल लाइन

भारत-चीन सीमा के नजदीक चीन ने शिनजियांग से तिब्बत तक नई रेलवे परियोजना का ऐलान किया है, जो लद्दाख, नेपाल और भूटान की सीमा के पास से गुजरेगी। यह परियोजना भारत के लिए सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और इससे सीमा पर बुनियादी ढांचे के मामले में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत को भी अपने सीमावर्ती इलाकों में रेल नेटवर्क को और मजबूत करने की जरूरत है, ताकि न सिर्फ यातायात बल्कि रणनीतिक सुरक्षा भी बेहतर हो सके।

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