कोलकाता में लॉ छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा के खिलाफ पहले से ही कई ऑपराधिक मामले दर्ज हैं। रविवार को कोलकाता पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा के खिलाफ चोरी, मारपीट, महिलाओं के उत्पीड़न और तोड़फोड़ मामले में आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं। मोनोजीत मिश्रा और दो अन्य साथियों को पुलिस ने 25 जून को गिरफ्तार किया था। पीड़िता लॉ प्रथम वर्ष की छात्रा है। सामूहिक दुष्कर्म को एक सुरक्षाकर्मी के कमरे में अंजाम दिया गया। मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा छात्रा पर शादी का दबाव बना रहा था। मना करने पर उसके प्रेमी को जान से मारने और परिजनों को फर्जी केस में गिरफ्तार करवाने की धमकी दी।
द टेलीग्राफ को एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मोनोजीत मिश्रा के खिलाफ कई मामले और चार्जशीट लंबित हैं। वह एक हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ टॉलीगंज, हरिदेवपुर, कस्बा, अलीपुर और कालीघाट थानों में केस दर्ज हैं। टेलीग्राफ की रिपोर्ट बताती है कि मोनोजीत मिश्रा ने साल 2019 में साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक महिला के कपड़े फाड़े थे। हरिदेवपुर थाने में उसके खिलाफ चोरी का मामला दर्ज है। उसने अपने दोस्त के घर में चोरी को अंजाम दिया था। दोनों ही मामलों में पुलिस उसके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है।
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2022 में मोनोजीत ने एक और वारदात को अंजाम दिया। उसने कस्बा थाना क्षेत्र में एक महिला को परेशान किया था। पिछले साल उसने लॉ कॉलेज में तोड़फोड़ और सुरक्षा गार्ड पर हमला किया। कॉलेज प्रशासन की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया। 31 वर्षीय मोनोजीत मिश्रा पश्चिम बंगाल की अलीपुर कोर्ट में वकील है।
5 सदस्यीय एसआईटी का गठन
कोलकाता पुलिस ने पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। शिकायत में पीड़िता ने बताया कि वह परीक्षा फॉर्म भरने कॉलेज गई थी। आरोपी मोनोजीत मिश्रा ने रुकने और कुछ बात करने को कहा। उसने शादी का प्रस्ताव रखा, लेकिन पीड़िता ने यह कहते हुए उसके प्रस्ताव को ठुकरा दिया कि उसका बॉयफ्रेंड है। शिकायत के मुताबिक इसके बाद आरोपी ने जबरदस्ती करने का प्रयास किया।
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जांच में सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि
पीटीआई की खबर के मुताबिक महिला के शरीर में निशाना और नाखून के खरोंच मिले हैं। मेडिकल जांच में सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। शिकायत में पीड़िता ने बताया कि उसने दो लोगों से मुझे गार्ड के कमरे में ले जाने को कहा। मैंने उसके पैर छुए। मगर उसने जाने नहीं दिया। घटनास्थल से मिले सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक सुरक्षा गार्ड कमरे के बाहर घूमते दिखे। मगर किसी ने घटना की जानकारी पुलिस या कॉलेज प्रशासन को देने की जहमत नहीं उठाई।