• NEW DELHI 20 Dec 2024, (अपडेटेड 20 Dec 2024, 1:49 PM IST)
संसद का शीतकालीन सत्र विवादों का भेंट चढ़ गया। लोकसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है। संसद के मकर गेट पर कांग्रेस-बीजेपी सांसदों की भिड़ंत अब कानूनी जंग में बदल गई है। आइए पढे़ं क्या-क्या हुआ है।
लोकसभा में धक्का-मुक्की कांड पर घिर गए गए हैं राहुल गांधी। (तस्वीर-PTI)
संसद का शीतकालीन सत्र लोकसभा में हंगामे की भेंट चढ़ गया। लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई लेकिन शाम तक भी नहीं चल पाई। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने देश में एक देश एक चुनाव के लिए संविधान के 129वें संशोधन विधेयक 2024 को संसद की संयुक्त समिति के विचार के लिए भेजने का प्रस्ताव रखा, जिसे सदन ने ध्वनिमत से पास कर दिया।
विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ कराने के लिए 'संघ राज्य क्षेत्र विधि (संशोधन) विधेयक 2024 को भी अब संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के भेजा गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को संसद के बाहर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस सांसदों के बीच हुई झड़प और धक्का-मुक्की को लेकर फटकार लगाई। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि संसद की मर्यादा और गरिमा बनाए रखना सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की धुन बजाने के लिए कहा। वंदे मातरम की धुन बजने के बाद उन्होंने सदन की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे से शुरू होगी। उस में भी हंगामा बरपने के आसार हैं।
लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित। (तस्वीर-PTI)
आइए जानते हैं 25 नवंबर से लेकर अब तक संसद के शीतकालीन सत्र में क्या-क्या हुआ है?
क्या है 26 दिनों के काम का लेखा-जोखा?
-संसद का शीतकालीन सत्र कुल 26 दिन चला। शीतकालीन सत्र में जमकर हंगामा हुआ। - शुरुआत के कई दिन हंगामे की भेंट चढ़े। - शीतकालीन सत्र के शुरुआती 5 दिन बीत गए थे लेकिन सदन 75 मिनट भी नहीं चल पाया था। - पहले दिन ही राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और मल्लिकार्जुन खड़गे में विवाद हो गया था। - 27 नवंबर को दूसरा दिन था। लोकसभा में संभल हिंसा का मुद्दा जमकर उठा। सदन को 28 नवंबर तक के लिए रद्द कर दिया गया। - 28 नवंबर को प्रियंका गांधी संसद पहुंची, उन्होंने शपथ ली। - 29 नवंबर को स्पीकर ने अनुरोध किया कि संसद चलने दें। - 2 दिसंबर को पक्ष और विपक्ष में सहमति बनी। 3 दिसंबर से दोनों सदनों में चर्चा शुरू हुई। - 3 दिसंबर को लोकसभा में बैंकिंग लॉ संशोधन विधेयक पास हुए। - 6 दिसंबर को अभिषेक मनु सिंघवी की सीट के पास राज्यसभा में नोटों की गड्डी मिली थी। इस पर भी जमकर हंगामा हुआ था। - 9 दिसंबर को जॉर्ज सोरोस और गौतम अडानी के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। सोरोस के मुद्दे पर रूल 267 के तहत बीजेपी ने चर्चा की मांग की। - वक्फ संशोधन विधेयक पर बनी संसदीय समीति का कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। अब यह समिति बजट सत्र के आखिरी दिन तक काम करेगी। - 12 दिसंबर को विपक्षी दलों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। आरोप लगे कि वह विपक्ष को पर्याप्त मौका ही नहीं देते हैं। - 17 नवंबर को गृहमंत्री अमित शाह ने संविधान पर चर्चा के जवाब में आंबेडकर का जिक्र किया, जिसके बाद खूब हंगामा बरपा है।
आंबेडकर पर अमित शाह के बयान पर केंद्र को घेर रही सपा। (तस्वीर-PTI)
- 18 दिसंबर को सभापति के खिलाफ महाभियोग नोटिस खारिज हो गया। - 19 दिसंबर को मकर गेट पर बीजेपी-कांग्रेस के सांसदों के बीच झड़प हुई। - 20 दिसंबर को लोकसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है।