प्रयागराज में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ है। महाकुंभ में माघ पूर्णिमा का स्नान शुरू हो गया है। अब तक लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी भी लगा चुके हैं। बताया जा रहा है कि संगम के पास कई किलोमीटर तक लोगों की जबरदस्त भीड़ है। माघ पूर्णिमा के स्नान के साथ ही कल्पवास भी खत्म हो जाएगा। शाम तक 10 लाख कल्पवासी अपने घर लौट जाएंगे।
कुंभ एसएसपी राजेश द्विवेदी ने बताया, 'श्रद्धालुओं की आवाजाही सुचारू रूप से चल रही है और भीड़ का ध्यान रखा जा रहा है।' अधिकारियों ने बताया कि सारी व्यवस्था कर रखी है, ताकि श्रद्धालुओं को स्नान करने में कोई परेशानी न हो।
गाड़ियों की एंट्री बंद
मेला क्षेत्र में गाड़ियों की एंट्री बंद कर दी गई है। शाम 5 बजे पूरे प्रयागराज को 'नो व्हीकल जोन' घोषित कर दिया जाएगा। सिर्फ जरूरी और इमरजेंसी सेवाओं में लगे वाहन ही चलेंगे। मेला क्षेत्र में गाड़ियों की एंट्री बंद होने से श्रद्धालुओं को 8 से 10 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है। ट्रैफिक की समस्या से निपटने के लिए सरकारी और निजी गाड़ियों के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
प्रयागराज के एडीजी भानु भास्कर ने बताया कि जहां भीड़ को संभालना मुश्किल हो जाता है, वहां स्पेशल फोर्सेस को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि इमरजेंसी की स्थिति में श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र से निकालने के लिए स्नान पूरा होने तक स्पेशल ट्रैफिक प्लान लागू रहेगा। उन्होंने बताया कि टोल प्लाजा और पड़ोसी जिलों के अधिकारियों से रियल टाइम डेटा मांगा जा रहा है, ताकि आने वाली गाड़ियों की संख्या और रास्तों की निगरानी की जा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। सुबह 4 बजे से ही सीएम योगी लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास में बने वॉर रूम से मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
संगम पर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात
महाकुंभ में 29 जनवरी को भगदड़ मच गई थी, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने यहां सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी है। बताया जा रहा है कि माघ पूर्णिमा पर स्नान के चलते संगम पर पैरामिलिट्री फोर्स को तैनात किया गया है। संगम पर लोगों को रुकने नहीं दिया जा रहा है। लोगों को बाकी घाटों पर स्नान करने के लिए भेजा जा रहा है। बताया जा रहा है कि भीड़ को कंट्रोल करने के लिए 15 जिलों के डीएम, 20 आईएएस और 85 पीसीएस अफसरों को भी तैनात किया गया है।
एडिशनल शटल बस की व्यवस्था भी
महाकुंभ में बढ़ती भीड़ के चलते कुछ खास व्यवस्था भी की गई है। अधिकारियों ने बताया कि 1,200 एडिशनल शटल बसों की व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालु वापस लौट सकें। हर 10 मिनट में शटल की व्यवस्था है।
45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु लगा चुके हैं डुबकी
प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ शुरू हुआ था। यूपी सरकार का कहना है कि मंगलवार तक 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा चुके हैं। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर आखिरी स्नान के साथ महाकुंभ का समापन हो जाएगा।