भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शनिवार को दिल्ली के निगम बोध घाट पर पंचतत्व में विलीन हो गए। इस दौरान डॉ. सिंह की पत्नी गुरशरण कौर, तीनों बेटियां, कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया-राहुल और प्रियंका गांधी मौजूद रहीं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट के शीर्ष मंत्री भी मौजूद रहे।
बहुत लो प्रोफाइल पहले वाले मनमोहन सिंह अपने पीछे पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियां उपिंदर सिंह, दमन सिंह और अमृत सिंह छोड़ गए हैं। उनकी पत्नी और तीनों बेटियां अपने-अपने क्षेत्र में सफल हैं। पत्नी गुरशरण कौर इतिहास की प्रोफेसर और लेखिका हैं। साथ ही वह कीर्तन गायिका भी हैं।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की तीनों बेटियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में एक प्रतिष्ठित करियर बनाया है।
बड़ी बेटी उपिंदर सिंह
मनमोहन सिंह की सबसे बड़ी बेटी 65 साल की उपिंदर सिंह हैं। उपिंदर सिंह ने डीयू के सेंट स्टीफंस कॉलेज और मैकगिल विश्वविद्यालय से शिक्षा ली है। वर्तमान में वह एक प्रसिद्ध इतिहासकार और अशोका विश्वविद्यालय में इतिहास संकाय की डीन हैं। उन्होंने भारतीय इतिहास पर कई प्रभावशाली किताबें लिखी हैं। उनकी किताबों में प्राचीन और प्रारंभिक मध्यकालीन भारत का इतिहास और प्राचीन भारत के बारे में विस्तार से बताया गया है। उपिंदर की शादी प्रसिद्ध लेखक विजय तन्खा से हुई है। उनको दो बच्चे हैं।
उपिंदर सिंह को साल 2009 में सामाजिक विज्ञान के लिए इन्फोसिस पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
दूसरे नंबर की बेटी दमन सिंह
डॉ. सिंह की दूसरी बेटी दमन सिंह हैं। वह 61 साल की हैं। दमन एक लेखिका हैं और उन्होंने अपने माता-पिता की जीवनी स्ट्रिक्टली पर्सनल सहित कई किताबें लिखी हैं। उन्होंने द लास्ट फ्रंटियर: पीपल एंड फॉरेस्ट इन मिजोरम में वन संरक्षण जैसे सामाजिक मुद्दों पर भी विस्तार से लिखा है। दमन की शादी आईपीएस अधिकारी और भारत के राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड (NATGRID) के पूर्व सीईओ अशोक पटनायक से हुई है।
छोटी बेटी अमृत सिंह
मनमोहन सिंह की सबसे छोटी बेटी 58 साल की अमृत सिंह हैं। अमृत सिंह अमेरिका में रहती हैं। वह पेशे से एक सफल मानवाधिकार वकील हैं। अमृत स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल में कानून की प्रोफेसर हैं और ओपन सोसाइटी जस्टिस इनिशिएटिव के साथ अपने काम के जरिए वैश्विक मानवाधिकार मुद्दों की प्रमुख पैरोकार रही हैं। उनके पास येल लॉ स्कूल, ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज सहित प्रतिष्ठित संस्थानों से डिग्री हैं।
डॉ. मनमोहन सिंह की तीनों बेटियों ने उन्हीं की तरह शिक्षा में अपना करियर बनाया है। तीनों अपने-अपने करियर में उपलब्धियां हासिल करके अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ा रही हैं।
बता दें कि मनमोहन सिंह साल 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व और दूरदर्शिता ने देश की अर्थव्यवस्था को आधुनिक बनाने में मदद की। डॉक्टर सिंह राष्ट्र की सेवा के लिए प्रतिबद्ध रहे। उनकी विनम्रता और समर्पण ने उन्हें अपने साथियों और जनता के बीच सम्मान दिलाया।