भारत और ब्रिटेन ने लंबे समय से अटके पड़े मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement) को मंजूरी दे दी है। दोनों देशों ने समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ टेलीफोन पर बातचीत के बाद इसकी घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर से बातचीत के बाद भारत-ब्रिटेन एफटीए और दोहरे योगदान समझौते को अंतिम रूप देने की घोषणा की।
मुक्त व्यापार समझौतों से भारत और ब्रिटेन में व्यापार, निवेश, विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर से फोन पर बातचीत होने के बाद इन समझौतों के पूरा होने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'एक ऐतिहासिक मील के पत्थर के रूप में, भारत और ब्रिटेन ने दोहरे योगदान समझौते के साथ एक महत्वाकांक्षी एवं पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते को सफलतापूर्वक संपन्न किया है।' उन्होंने कहा, 'ये ऐतिहासिक समझौते हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करेंगे और हमारी दोनों अर्थव्यवस्थाओं में व्यापार, निवेश, विकास, रोजगार सृजन एवं नवोन्मेषण को बढ़ावा देंगे।'
स्टार्मर का स्वागत करने के लिए उत्सुक- पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि वह जल्द ही भारत में स्टार्मर का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। दोनों नेताओं ने इसे द्विपक्षीय व्यापक रणनीतिक साझेदारी में ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया, जो दोनों अर्थव्यवस्थाओं में व्यापार, निवेश, नवोन्मेषण और रोजगार सृजन को बढ़ावा देगा।
कंपनियों के लिए नए अवसर खुलेंगे
दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि दुनिया की दो बड़ी और खुली बाजार अर्थव्यवस्थाओं के बीच ऐतिहासिक समझौते से कंपनियों के लिए नए अवसर खुलेंगे, आर्थिक संबंधों को मजबूती मिलेगी और लोगों के बीच संबंध गहरे होंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक एवं वाणिज्यिक संबंधों का विस्तार तेजी से मजबूत और बहुआयामी साझेदारी की आधारशिला बना हुआ है।
रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, 'वस्तुओं एवं सेवाओं के व्यापार को शामिल करने वाले एक संतुलित, न्यायसंगत और महत्वाकांक्षी एफटीए के पूरा होने से द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि, रोजगार के नए अवसर पैदा होने, जीवन स्तर में सुधार और दोनों देशों के नागरिकों के समग्र कल्याण में सुधार होने की उम्मीद है।'
पीएमओ ने आगे कहा, 'यह दोनों देशों के लिए वैश्विक बाजारों के लिए उत्पादों और सेवाओं को संयुक्त रूप से विकसित करने की नई क्षमता को भी खोलेगा। यह समझौता भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी की नींव को और मजबूत करता है और सहयोग और समृद्धि के एक नए युग का मार्ग प्रशस्त करता है।'