नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) ने मंगलवार को कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों के लिए ऑपरेशन सिंदूर पर एक विशेष मॉड्यूल जारी किया। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, यह मॉड्यूल ऑपरेशन सिंदूर को ‘सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि जान गंवाने वालों के सम्मान की रक्षा और शांति’ के रूप में पेश करता है।
मॉड्यूल में कहा गया है कि पाकिस्तान ने पहलगाम आतंकी हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया, लेकिन यह हमला ‘पाकिस्तान की सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व के सीधे आदेश’ पर हुआ था। एनसीईआरटी सूत्रों ने बताया कि यह सामग्री सरल और उम्र के हिसाब से तैयार की गई है, जिसमें ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, भारत की सैन्य उपलब्धियों और देश के भविष्य के सपनों को जोड़ा गया है।
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7 मई को किया ऑपरेशन सिंदूर
7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने वाली एक बड़ी सैन्य कार्रवाई थी। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में थी, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।
9 आतंकी ठिकानों पर किए हमले
भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद और मुरिदके में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े प्रमुख केंद्र शामिल थे। इसके अलावा, रावलपिंडी में नूर खान एयरबेस और रहीम यार खान एयरबेस जैसे महत्वपूर्ण पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को भी नष्ट किया गया। यह भारत की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई में एक बड़ा कदम था।
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