नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी की रात मची भगदड़ की जांच शुरू हो गई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किसी साजिश की बात से इनकार किया है। न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि सोमवार को पुलिस की एक टीम ने स्टेशन पर CCTV फुटेज खंगाली, ताकि इस हादसे की कड़ियां मिल सकें।
15 फरवरी की रात मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। 15 लोग घायल हुए थे। इनमें से पांच लोग अभी भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।
भीड़ बढ़ने की वजह से मची भगदड़!
अधिकारियों के मुताबिक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के 16 प्लेटफॉर्म की क्षमता 48 हजार यात्रियों की है। हर प्लेटफॉर्म पर 3 हजार यात्री। मगर 15 फरवरी को इससे कहीं ज्यादा भीड़ थी।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि 15 फरवरी की शाम 6 बजे से 8 बजे के बीच करीब 12,208 जनरल टिकटें बिकीं। आम दिनों में 9,600 टिकट बिकती हैं। वहीं, रात 8 से 10 बजे के 7,600 जनरल टिकटें बेची गईं, जबकि बाकी दिनों में 8,900 टिकट बिकती हैं।
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कैसे मची भगदड़?
एक अधिकारी के मुताबिक, 'प्रयागराज स्पेशल ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 12 पर सवा 7 बजे खड़ी थी। टिकटों की बिक्री को देखते हुए एक और स्पेशल ट्रेन चलाने की योजना बनाई गई, जो उसी प्लेटफॉर्म पर 8:50 बजे आई।'
उन्होंने बताया, 'रात 8:30 बजे प्रयागराज स्पेशल ट्रेन के प्लेटफॉर्म नंबर 12 पर आने की अनाउंसमेंट की गई लेकिन कुछ यात्री कन्फ्यूजन हो गए और उन्हें लगा कि प्रयागराज एक्सप्रेस की अनाउंसमेंट की गई है। ये लोग प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर प्रयागराज एक्सप्रेस के लिए थे लेकिन कन्फ्यूजन के कारण प्लेटफॉर्म नंबर 12 की ओर बढ़ने लगे।'
अधिकारी ने बताया, 'प्लेटफॉर्म 14 से 12 पर आने के लिए जब यात्रियों ने सीढ़ी पर चढ़ना शुरू किया तो कई यात्री सीढ़ी पर बैठे हुए थे। इसी दौरान एक यात्री के सिर पर भारी सामान था, जिससे सीढ़ी चढ़ते वक्त उसका बैलेंस बिगड़ गया और गिर गया, जिसके बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।'
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अब तक की जांच में क्या सामने आया?
इस पूरी घटना की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है। सामने आया है कि तीन मिनट के अंदर दो अलग-अलग अनाउंसमेंट की वजह से कन्फ्यूजन हुई, जिस कारण रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई।
हिंदुस्तान टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में RPF की रिपोर्ट के हवाले से दावा किया है कि अलग-अलग अनाउंसमेंट के कारण भगदड़ हुई। इसमें कहा गया है कि पहली अनाउंसमेंट में कहा गया कि ट्रेन प्लेटफॉर्म 12 से रवाना होगी, जबकि दूसरी में कहा गया कि प्लेटफॉर्म 16 से निकलेगी।
रिपोर्ट में सामने आया है कि कुंभ स्पेशल की अनाउंसमेंट के बाद प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13, 14 और 15 के यात्रियों ने सीढ़ियों का उपयोग करके पुल नंबर 2 और 3 तक पहुंचने की कोशिश की। मगध एक्सप्रेस और उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के यात्री प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर खड़े थे। जबकि, प्रयागराज एक्सप्रेस के लिए यात्री सीढ़ियों से उतर रहे थे। इस दौरान धक्का-मुक्की के कारण कुछ यात्री गिर गए और भगदड़ मच गई।

भीड़ ने पुल को कर दिया था जाम
हिंदुस्तान टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि रात करीब सवा 8 बजे शिव गंगा एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म 12 से रवाना होने के बाद भीड़ बढ़नी शुरू हुई। पुल नंबर 2 और 3 यात्रियों से खचाखच भर गया था। RPF पुल से यात्रियों को हटाने की कोशिश कर रहे थे, तभी प्लेटफॉर्म नंबर 12 से कुंभ स्पेशल ट्रेन के रवाना होने की अनाउंसमेंट हो गई।
रेल मंत्री ने क्या कहा?
इस घटना के बाद विपक्ष रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पिछले कुंभ मेला में सिर्फ 4 हजार ट्रेनें चलाई गई थीं। इस बार 13 हजार ट्रेनें चलाने की योजना थी। अब तक 12,583 ट्रेनें चल भी चुकी हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में किसी भी देश को इतनी बड़ी भीड़ का सामना नहीं करना पड़ता है।