• SRINAGAR 31 May 2025, (अपडेटेड 31 May 2025, 7:32 AM IST)
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब देश के कई सीमावर्ती शहरों में ऑपरेशन शील्ड शुरू होने जा रहा है। जम्मू-कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के कई शहरों में मॉक ड्रिल किया जाएगा। पढ़ें रिपोर्ट।
जम्मू-कश्मीर में मॉक ड्रिल करते सुरक्षाबल। (Photo Credit: PTI)
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव के बीच देश के 3 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में भारतीय सेना मॉक ड्रिल लॉन्च कर रही है। पहले मॉक ड्रिल के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है, अब एक बार फिर मॉक ड्रिल को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। शनिवार को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर में 'ऑपरेशन शील्ड' के तहत सिविल डिफेंस ड्रिल आयोजित की जा रही है।
सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल को इस बार 'ऑपरेशन शील्ड' का नाम दिया गया है। पहले यह अभ्यास 29 मई को होने वाला था लेकिन प्रशासनिक वजहों के चले इसे टाल दिया गया था। अब एक बार फिर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी है कि क्या सीमा पर तनाव बढ़ने वाला है। हालांकि सेनाओं का रुख साफ है कि संघर्ष विराम समझौते को तब तक माना जाएगा, जब तक पाकिस्तान दोबारा आतंकी गतिविधियों को शुरू नहीं करता है।
किस राज्य में कैसा होगा मॉक ड्रिल? समझिए एक-एक बात
पंजाब: सिविलियन इलाकों और संवेदनशील जगहों पर पूरी तरह ब्लैकआउट लागू होगा। आपातकालीन और जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी। हवाई हमले की चेतावनी के लिए सायरन भी बजाए जाएंगे।
हरियाणा: सभी 22 जिलों में शाम 5 बजे से ड्रिल शुरू होगी। हवाई हमले, ड्रोन अटैक और युद्ध जैसी स्थितियों का अभ्यास किया जाएगा। रात 8 से 8:15 बजे तक सभी अहम जगहों पर 15 मिनट का ब्लैकआउट होगा। अस्पताल, पुलिस स्टेशन और फायर स्टेशन जैसी सेवाएं नहीं प्रभावित होंगी।
जम्मू-कश्मीर और चंडीगढ़: मॉक ड्रिल के सभी नियमों का ध्यान रखा जाएगा।
राजस्थान: सभी 41 जिलों में ड्रिल होगी, जिसमें ब्लैकआउट और दूसरी इमरजेंसी परिस्थितियों का अभ्यास किया जाएगा।
गुजरात: सिविल डिफेंस ड्रिल शाम 5 बजे शुरू होगी और सभी निर्देशों का पालन किया जाएगा।
मॉक ड्रिल करते सुरक्षाबलों के जवान। (Photo Credit: PTI)
सिविल डिफेंस ड्रिल में क्या-क्या होगा? केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सिविल डिफेंस नियम, 1968 के तहत यह दूसरा अभ्यास आयोजित किया है। नए मॉक ड्रिल में युद्ध जन्य स्थितियों से निपटने की कला सिखाई जाएगी। आइए जानते हैं इसमें क्या-क्या होगा-
सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स और नेशनल कैडेट कोर दिखाएंगे पराक्रम
हवाई हमले और ड्रोन, मिसाइल हमलों का सामना करने की तकनीक बताई जाएगी।
एयर फोर्स और सिविल डिफेंस कंट्रोल रूम के बीच हॉटलाइन शुरू की जाएगी।
सिविलियन इलाकों में ब्लैकआउट होगा।
सैन्य स्टेशन पर ड्रोन हमले के बाद परिवारों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने का अभ्यास किया जाएगा।
घायलों के लिए मेडिकल सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।
आपात स्थिति में सेना की मदद के लिए बॉर्डर विंग होम गार्ड्स तैनात होंगे।
मॉक ड्रिल करते सुरक्षाबलों के जवान। (Photo Credit: PTI)
क्यों हो रही है मॉक ड्रिल? भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौता 10 मई से लागू है। पाकिस्तान की तरफ से लगातार भारत को उकसाने वाली बयानबाजी हो रही है। भारत ने कहा कि अगर पाकिस्तान की तरफ से कोई हमला या आतंकी गतिविधि होती है तो करारा जवाब दिया जाएगा, अभी तक ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में यह ड्रिल भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच आपातकालीन तैयारियों को मजबूत करने के लिए हो रही है।