हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ कानून के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। उन्होंने कहा कि यह काला कानून है। जिस चीज का मालिक अल्लाह है, तुम उसको हमसे छीनना चाहते हो। इस कानून से यतीमखाने पर महल बनाने वाले को ही फायदा होगा। उन्होंने आगे कहा कि यह कानून वक्फ की जमीनों को लूटने के लिए बनाया गया है। यह भी कहा कि कानून बनाने का काम तो राज्य की सरकारों का है। आपने यह भी छीन लिया। यह संघवाद के खिलाफ है। ओवैसी ने कहा कि मुल्क एक गुलदस्ता है। इसमें जितने भी फूल हैं, अगर वे अच्छे रहेंगे तो देश विकसित भारत बनेगा। अगर गुलदस्ते से एक फूल को निकाल देंगे तो वह गुलदस्ता नहीं रहेगा। भारत एक चमन और हमेशा रहेगा।
ओवैसी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा। कहा कि वे फजीलतुश शेख हैं। हजरत मौलाना हैं। पूरी दुनिया के उलेमा एक तरफ और मोदी का इल्म एक तरफ। हजरत-ए-इब्लीस भी खुश होंगे आपको देखकर। मोदी कहते हैं कि आप वक्फ को औलाद कर सकते हैं, मगर बच्चों का हक नहीं मार सकते। ओवैसी ने आगे कहा कि तुम होते कौन हो? मेरी जायजाद है, मैं अल्लाह को उसका मालिक बना रहा हूं। इसमें बेटी-भाई, बाप कहां से आ गए। मैंने जब कहा कि मैं रब को मालिक बना रहा हूं तो मोदी ने कहा कि नहीं, बेटी का हिस्सा नहीं मारना।
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भाजपा पर साधा निशाना
ओवैसी ने कहा कि वक्फ मामले में अब सुप्रीम से ही न्याय मिलने की उम्मीद है। उन्होंने भाजपा से पूछा कि नए वक्फ कानून में वे बताएं कि कौन सी धाराएं अच्छी हैं? मुझे एक भी ऐसा प्रावधान बताएं जिससे वक्फ संपत्ति बचे, आय में इजाफा हो और अतिक्रमणकारियों को हटाया जा सके। ओवैसी ने आरोप लगाया कि नया कानून वक्फ को नष्ट करने से उद्देश्य से बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले कानून के अच्छे प्रावधानों को हटा दिया गया है। नए कानून में अच्छे प्रावधानों को सरकार और उनके समर्थक नहीं बता पाएंगे।
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यूसीसी पर क्या बोले ओवैसी
यूसीसी पर ओवैसी ने कहा कि विभिन्न मुद्दों पर देश में अलग-अलग कानून है तो एक समान कैसे कहा जा सकता है? उन्होंने पूछा कि जब आप आदिवासियों, हिंदू विवाह अधिनियम और हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम को छोड़ रहे हैं तो यह एक समान कैसे होगा? देश में एक विशेष विवाह अधिनियम और भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम है। क्या आप मिताक्षरा या दयाभागा स्कूल का पालन करेंगे? उन्होंने कहा कि भारत की विविधता को समझने की आवश्यकता है। किसी के विचारों को दूसरों पर थोपा नहीं जा सकता है।