संसद का मॉनसून सत्रः वे मुद्दे जिन पर आमने-सामने होंगे सरकार-विपक्ष
देश
• NEW DELHI 21 Jul 2025, (अपडेटेड 21 Jul 2025, 7:25 AM IST)
संसद का मॉनसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। विपक्ष कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री मोदी से जवाब देने की मांग कर रहा है। वहीं, सरकार का कहना है कि हर मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।

प्रतीकात्मक तस्वीर। (Photo Credit: PTI)
संसद का मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। पहलगाम अटैक, ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान सीजफायर और एयर इंडिया क्रैश को लेकर हंगामे के आसार हैं।
विपक्ष की मांग है कि इन सभी मुद्दों के साथ-साथ 'सीजफायर' और बिहार के 'SIR' पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए। हालांकि, न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर जवाब नहीं देंगे। हालांकि, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने साफ किया कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर के दावे पर संसद में जवाब दिया जाएगा।
इससे पहले रविवार शाम को सर्वदलीय बैठक हुई। इसमें 51 राजनीतिक पार्टियों के 54 नेता शामिल हुए। इस बैठक के बाद किरेन रिजिजू ने कहा, 'सरकार राष्ट्रीय हित से जुड़े किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, जिसमें पहलगाम अटैक और ऑपरेशन सिंदूर भी शामिल है। सरकार इन पर चर्चा से कभी पीछे नहीं हटेगी।'
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विपक्ष ने कौन-कौन से मुद्दे उठाए?
- बिहार का SIR: चुनाव से पहले बिहार में चुनाव आयोग की तरफ से हो रहे वोटर वेरिफिकेशन (SIR) का मुद्दा संसद में हंगामा बढ़ा सकता है। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि चुनाव आयोग और SIR पर सवाल उठे हैं और जवाब न देने से चुनाव प्रक्रिया पर संदेह होता है। उन्होंने कहा कि संसद में सरकार का रुख साफ करना प्रधानमंत्री की नैतिक जिम्मेदारी है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने बिहार के SIR में कथित घोटाले का मुद्दा उठाते हुए चर्चा की मांग की है। समाजवादी पार्टी सांसद रामगोपाल यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में लोकतंत्र खतरे में है और करोड़ों लोगों को वोटिंग से वंचित किया जा रहा है।
- पहलगाम अटैकः विपक्ष की तरफ से पहलगाम अटैक पर चर्चा करने की मांग भी की गई है। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने पहलगाम अटैक को 'चूक' बताते हुए पीएम मोदी से जवाब देने की मांग की है। सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि पहलगाम में इंटेलिजेंस फेलियर की बात जम्मू-कश्मीर के एलजी ने मानी थी, जो गंभीर मुद्दा है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद अल्ताफ हुसैन ने कहा, 'पहलगाम अटैक के बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति वैसी नहीं है, जैसी देश को दिखाई जा रही है। मैंने सरकार से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि निर्दोष स्थानीय लोगों को परेशानी न हो।'
- सीजफायर का मुद्दाः ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का मुद्दा भी विपक्ष ने उठाया। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को राष्ट्रपति ट्रंप के बयानों पर भी जवाब देना चाहिए, जिन्होंने अपने दावों से भारत की सशस्त्र सेनाओं पर उंगली उठाई है। उन्होंने कहा, 'इन मुद्दों पर जवाब देना प्रधानमंत्री की नैतिक जिम्मेदारी है। हमें उम्मीद है कि प्रधामंत्री अपना नैतिक कर्तव्य निभाएंगे।' सीपीआई (एम) के सांसद जॉन ब्रिटास ने कहा कि ऑपरेशन सिंदर और पहलगाम अटैक पर ट्रंप के दावों पर प्रधानमंत्री मोदी को जवाब देना चाहिए।
- विदेश नीति का मुद्दाः सपा सांसद रामगोपाल यादव ने विदेशी नीति का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, 'हमारी विदेश नीति पूरी तरह से फेल हो गई है। ऑपरेशन सिंदूर पर किसी भी देश ने भारत का साथ नहीं दिया। 1965, 1971 और करगिल युद्ध के बाद कोई भी मुस्लिम देश हमारे खिलाफ नहीं था लेकिन अब कोई हमारे साथ नहीं है। हमारी विदेश नीति कभी इतनी नाकाम नहीं रही।' कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने चीन और पाकिस्तान के मुद्दे पर चर्चा की मांग की। उन्होंने कहा कि रक्षा, विदेश नीति और रक्षा बजट पर चर्चा जरूरी है और इस पर प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए।
- मणिपुर और ओडिशाः मणिपुर हिंसा पर भी चर्चा का मुद्दा उठाया। कांग्रेस सांसद गोगोई ने कहा, 'मणिपुर में ढाई साल भी हिंसा खत्म नहीं हुई है। प्रधानमंत्री छोटे-छोटे देशों का दौरा करते हैं लेकिन मणिपुर जैसे छोटे राज्य में जाने से बच रहे हैं।' इसके अलावा, ओडिशा में एक छात्रा के आत्मदाह मामले पर भी चर्चा का मुद्दा उठाया है। बीजू जनता दल (बीजेडी) सांसद सस्मित पात्रा ने कहा कि ओडिशा में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और वहां की बीजेपी सरकार असहाय और असफल हो चुकी है।
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सरकार ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि इन मुद्दों पर प्रधानमंत्री मोदी के जवाब देने की संभावना नहीं है। हालांकि, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर जवाब देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि सीजफायर पर ट्रंप के दावों का जवाब भी दिया जाएगा।
रिजिजू ने कहा, 'हम ऑपरेशन सिंदूर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार हैं। यह राष्ट्रीय महत्व के मुद्दे हैं। सरकार न तो पीछे हट रही है और न ही कभी हटेगी, बल्कि नियमों और परंपराओं के दायरे में चर्चा के लिए तैयार है।' बताया जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जवाब देंगे।
प्रधानमंत्री मोदी से जवाब की मांग पर अड़े विपक्ष को जवाब देते हुए रिजिजू ने कहा, 'मैं यह साफ करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री विदेश यात्रा के अलावा संसद में ही रहते हैं। प्रधानमंत्री हमेशा संसद में रहते हैं लेकिन वे हर वक्त सदन में नहीं रह सकते।'
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17 बिल लेकर आएगी सरकार
संसद के मॉनसून सत्र में सरकार 17 बिल पेश करेगी। किरेन रिजिजू ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संसद का मॉनसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा।
उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर 12 अगस्त को संसद के दोनों सदन स्थगित हो जाएंगे। इसके बाद 18 अगस्त को संसद दोबारा शुरू होगी। संसद का सत्र 32 दिन चलेगा। इस दौरान कुल 21 सिटिंग होगी।
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