संसद के मॉनसून सत्र का पहला हफ्ता तो हंगामे में गुजर गया। अब दूसरा हफ्ता आज से शुरू हो रहा है। दूसरे हफ्ते के पहले दिन लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा होनी है। सोमवार को लोकसभा और मंगलवार को राज्यसभा में इस पर चर्चा होगी। दोनों सदनों में 16-16 घंटे इस पर चर्चा होगी। बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसकी शुरुआत कर सकते हैं।
22 अप्रैल को पहलगाम अटैक के बाद 6-7 मई की रात को भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया था। इसके तहत, भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में बने 9 आतंकी ठिकानों को उड़ा दिया था। इसके बाद 4 दिन तक सीमा पर भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव चला था।
अब संसद में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर 16-16 घंटे तक मैराथन चर्चा होगी। सरकार की तरफ से इस बहस में बड़े मंत्री शामिल होंगे तो वहीं विपक्ष ने भी तैयारी कर रखी है।
सरकार की क्या है तैयारी?
सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस बहस की शुरुआत कर सकते हैं। उनके अलावा गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री जयशंकर भी इसमें हिस्सा लेंगे।
न्यूज एजेंसी PTI ने बताया कि बहस के दौरान अनुराग ठाकुर, सुधांशु त्रिवेदी और निशिकांत दुबे जैसे मंत्रियों और नेताओं के अलावा उन नेताओं को भी शामिल किया जा सकता है, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का पक्ष रखने वाले मल्टी पार्टी डेलीगेशन की कमान संभाली थी।
इनमें शिवसेना के श्रीकांत शिंदू, जेडीयू के संजय झा और टीडीपी के हरीश बालयोग समेत कई नेता शामिल हैं।
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विपक्ष की क्या है तैयारी?
कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों के लिए तीन लाइन व्हिप जारी किया है और सभी सांसदों को अगले तीन दिन तक सदन में मौजूद रहने को कहा है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस की तरफ से लोकसभा में विपक्ष के उपनेता गौरव गोगोई ऑपरेशन सिंदूर पर बहस की शुरुआत कर सकते हैं। लोकसभा में राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी इस बहस में हिस्सा लेंगे। राज्यसभा में कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे बहस की शुरुआत कर सकते हैं।
पहलगाम अटैक पर विपक्ष लगातार सरकार को घेर रहा है और इसे इंटेलिजेंस फेलियर बता रहा है। वहीं विपक्ष सीजफायर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे पर भी जवाब मांग रहा है। हालांकि, सरकार ट्रंप के दावों को खारिज कर चुकी है।
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पीएम मोदी भी होंगे शामिल?
विपक्ष मांग कर रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहें। पीएम मोदी इस चर्चा से जुड़ेंगे या नहीं? इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
हालांकि, न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि लोकसभा और राज्यसभा में बहस के दौरान पीएम मोदी भी जुड़ सकते हैं। बताया जा रहा है कि इस दौरान पीएम मोदी आतंकवाद के खिलाफ सरकार के सख्त रवैये पर बोल सकते हैं।
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सबसे पहले ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा
संसद शुरू होने के बाद से विपक्ष पहलगाम अटैक, ऑपरेशन सिंदूर और बिहार के वोटर रिवीजन (SIR) के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहा है। हालांकि, सरकार की तरफ से साफ कर दिया गया है कि पहले ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होगी।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, 'सभी मुद्दों पर एकसाथ चर्चा नहीं हो सकती। विपक्ष ने कई मुद्दे उठाए हैं। हमने उन्हें साफ कर दिया है कि पहले ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होगी। इसके बाद हम फैसला करेंगे कि किस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर पर सोमवार को लोकसभा में 16 घंटे और मंगलवार को राज्यसभा में 16 घंटे चर्चा होगी।'
विपक्षी पार्टियां इस बहस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी की मांग कर रही हैं। पीएम मोदी पिछले हफ्ते यूके और मालदीव के दौरे पर थे, इसलिए इस पर बहस इस हफ्ते तय की गई है।