बुधवार को दिल्ली में मतदान होने के साथ ही प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज महाकुंभ के त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। वह फिलहाल बोटहाउस में हैं और थोड़ी देर में पूजा-अर्चना करेंगे। पीएम के दौरे के मद्देनजर शहर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है क्योंकि कई श्रद्धालु चौबीसों घंटे संगम में पवित्र डुबकी लगा रहे हैं। पीएम मोदी उस मंदिर में भी दर्शन करेंगे जहां भगवान हनुमान लेटे हुए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री करीब दो घंटे तक प्रयागराज में रहेंगे। अरैल इलाके में उनकी सुरक्षा के लिए विशेष अलर्ट जारी किया गया है, जबकि पीएम के आगमन के लिए पांच मेला क्षेत्रों के प्रभारियों को तैनात किया गया है। महाकुंभ महोत्सव स्थल को पांच मुख्य क्षेत्रों में बांटा गया है, जिसमें झूंसी, परेड, संगम, तेलियारगंज और अरैल शामिल हैं। पिछली बार पीएम नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर 2024 को प्रयागराज आए थे, तब उन्होंने 5,500 करोड़ रुपये की 167 परियोजनाओं का शिलान्यास किया था।
पीएम मोदी के पवित्र स्नान के लिए 5 फरवरी को ही क्यों चुना गया?
पारंपरिक रूप से बसंत पंचमी और मौनी अमावस्या जैसे शुभ दिन कुंभ के दौरान पवित्र स्नान के लिए चुने जाते हैं। हालांकि, 5 फरवरी भी अपने अनूठे आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह तिथि माघ अष्टमी के साथ मेल खाती है, जो हिंदू कैलेंडर में एक शुभ दिन माना जाता है।
यह भी पढ़ें: जस्टिस रंजना देसाई ही क्यों बनीं गुजरात UCC पैनल की अध्यक्ष?
बढ़ाई गई सख्त सुरक्षा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी जिन इलाकों में जाएंगे, उन इलाकों में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) तैनात रहेंगे। इसके अलावा मजिस्ट्रेट और बड़ी संख्या में पुलिस बल, पीएसी और आरएएफ के जवान तैनात किए गए हैं। गंगा घाटों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा कुंभ नगरी की ओर जाने वालों की सघन जांच की जा रही है।