प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सबसे युवा चेस चैंपियन डी गुकेश से मुलाकात की है। गुकेश से साथ हुई इस मुलाकात की तस्वीरें उन्होंने शनिवार को अपने X (पहले ट्विटर) हैंडल से शेयर की। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि गुकेश का दृढ़ संकल्प और समर्पण मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। उन्होंने गुकेश के आत्मविश्वास को प्रेरणादायक बताया।
गौरतलब है कि भारतीय ग्रैंडमास्टर गुकेश ने वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप 2024 में डिफेंडिंग चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को मात दे दी थी। 18 साल के गुकेश ने 14 राउंड के फाइनल में लिरेन को 7.5-6.5 से हराकर सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बनने की उपलब्धि हासिल की थी।
गुकेश ने अपनी भविष्यवाणी खुद सच साबित की
पीएम मोदी ने लिखा, 'चेस चैंपियन और भारत के गौरव डी गुकेश के साथ बेहतरीन बातचीत हुई। मैं कुछ सालों से उनसे बात कर रहा हूं और जो चीज मुझे उनके बारे में सबसे ज्यादा प्रभावित करती है वह है उनका दृढ़ संकल्प और समर्पण। उनका आत्मविश्वास वाकई प्रेरणादायक है। मैंने कुछ साल पहले उनका एक वीडियो देखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बनेंगे। इस भविष्यवाणी को उन्होंने खुद के प्रयासों से सच साबित कर दिखाया है।'
गुकेश ने जिस चेसबोर्ड पर लिरेन को हराकर इतिहास रचा था, उसे प्रधानमंत्री को भेंट की। इस पर उनका और लिरेन का हस्ताक्षर भी है। पीएम मोदी ने इस चेसबोर्ड को पाकर खुशी जताई और इसे यादगार स्मृति चिन्ह करार दिया।
पीएम मोदी ने गुकेश के माता-पिता की सराहना की
प्रधानमंत्री से इस खास मुलाकात के लिए गुकेश के साथ उनके माता-पिता भी पहुंचे थे। पीएम मोदी ने उनके बारे में लिखा, 'हर एथलीट की सफलता में उसके माता-पिता की अहम भूमिका रहती है। मैं गुकेश के पेरेंट्स की सराहना करता हूं, क्योंकि उन्होंने हर हालात में गुकेश का साथ दिया। उनका समपर्ण उन युवा खिलाड़ियों के माता-पिता को प्रेरित करेगा, जो खेल को करियर के रूप में अपनाने का सपना देखते हैं।'
भारतीय चेस फेडरेशन के अध्यक्ष नितिन नारंग ने गुकेश से मिलने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि गुकेश के साथ आपकी बातचीत और उसके माता-पिता की त्याग की सराहना करना बेहद विनम्रतापूर्ण है। यह टैलेंट को निखारने और खेलों को बढ़ावा देने के प्रति आपके अटूट समर्पण को दर्शाता है।
चेन्नई के रहने वाले डी गुकेश का पूरा नाम डोम्माराजू गुकेश है। उनके पिता का नाम डॉ रजनीकांत है। वह पेशे से आंक, नाक और गला रोग स्पेशलिस्ट डॉक्टर हैं। गुकेश की मां पद्मा माइक्रो बायोलॉजिस्ट हैं। पिता रजनीकांत ने ही गुकेश को चेस खेलने के लिए प्रेरित किया था। उन्होंने खेल और पढ़ाई के बीच तालमेल बनाने में दिक्कत न हो इसलिए चौथी कक्षा के बाद गुकेश को नियमित पढ़ाई करने से छूट भी दी।