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'कम हैं सिक्युरिटी', RCB भगदड़ के पहले पुलिस ने सरकार को किया था आगाह

आरसीबी में भगदड़ के पहले ही सुरक्षा अधिकारियों की अनहोनी की आशंका हो गई थी, उन्होंने चिट्ठी लिखकर इसके लिए आगाह किया था कि भीड़ संभालना मुश्किल हो सकती है।

प्रतीकात्मक तस्वीर। Photo Credit: PTI

प्रतीकात्मक तस्वीर। Photo Credit: PTI

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की पहली आईपीएल जीत के जश्न के दौरान बुधवार को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत और 75 लोग घायल हो गए थे। इस त्रासदी से पहले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सुरक्षा कर्मियों की कमी होने और क्राउड मैनेजमेंट की समस्याओं को लेकर चेतावनी दी थी, लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया।


'टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक उसके द्वारा प्राप्त किए गए एक आधिकारिक पत्र के अनुसार, विधान सौधा की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाले पुलिस अधिकारी एम.एन. करीबासवाना गौड़ा ने घटना वाले दिन सुबह ही राज्य सरकार को लिखित चेतावनी दी थी। उन्होंने कार्मिक और प्रशासनिक सुधार विभाग की सचिव जी. सत्यवती को लिखे पत्र में कहा, ‘आरसीबी के देशभर में लाखों प्रशंसक हैं। अगर विधान सौधा के पास कोई समारोह आयोजित किया गया, तो भारी भीड़ जमा होगी। सुरक्षा कर्मियों की कमी के कारण व्यवस्था बनाना मुश्किल होगा।' उनकी यह चेतावनी अनसुनी रह गई, जिसकी वजह से यह दुखद हादसा हुआ।

 

यह भी पढ़ेंः कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के 2 अधिकारियों ने क्यों दिया इस्तीफा?

सरकार पर उठे सवाल

इस खुलासे ने कर्नाटक सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है, जिस पर पहले से ही सुरक्षा को नजरअंदाज करने के आरोप लग रहे हैं। इस घटना ने प्लानिंग, मैनेजमेंट और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जनता और विपक्ष ने सरकार और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) की आलोचना की है।

KSCA में इस्तीफे

शनिवार को केएससीए ने आपात बैठक बुलाई, जिसमें दो वरिष्ठ अधिकारियों—सचिव ए. शंकर और कोषाध्यक्ष ई.एस. जयराम—के इस्तीफे स्वीकार कर लिए गए। दोनों ने इस त्रासदी की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया। केएससीए के अध्यक्ष रघुराम भट ने कहा, 'हमने उनके पिछले ढाई साल के काम की तारीफ करते हुए उनके इस्तीफे स्वीकार किए।' सूत्रों के मुताबिक, एम.एस. विनय और मंजुनाथ राजू को अंतरिम रूप से ये जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं। केएससीए की मौजूदा प्रबंध समिति का कार्यकाल 30 सितंबर को खत्म होगा, और अक्टूबर या नवंबर में चुनाव होने हैं।

कानूनी कार्रवाई और जांच

इस भगदड़ के सिलसिले में केएससीए के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। रघुराम भट ने कहा कि एसोसिएशन जांच में पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'यह एक संवेदनशील मामला है। सही समय आने पर मैं खुद पूरी जानकारी दूंगा।' कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने जांच के सिलसिले में केएससीए कार्यालय का दौरा किया। भट ने बताया, 'हमने सरकार और माननीय उच्च न्यायालय को सूचित किया है कि हम जांच में पूरी तरह सहयोग करेंगे। हम किसी भी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेंगे।' उन्होंने प्रबंध समिति को भंग करने की मांग को खारिज करते हुए कहा, 'ऐसा कुछ नहीं होगा। खेल को जारी रहना चाहिए। इसलिए हमने आपात बैठक बुलाई। फिलहाल सब ठीक है।'

कैसे हुई थी भगदड़?

आरसीबी की पहली आईपीएल जीत का जश्न मनाने के लिए लाखों क्रिकेट प्रशंसक चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जमा हुए थे। लेकिन अपर्याप्त सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट की कमी के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और 75 लोग घायल हो गए। इस घटना ने न केवल प्रशंसकों को सदमे में डाल दिया, बल्कि लचर प्लानिंग व्यवस्था को भी उजागर कर दिया।

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