शंभू-खनौरी सीमा पर अड़े किसान, सरकार का ऐक्शन, अब तक क्या-क्या हुआ?
देश
• SANGRUR 20 Mar 2025, (अपडेटेड 20 Mar 2025, 9:47 AM IST)
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर महीनों से किसान प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने बुलडोजर से टेंट हटाया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।

पंजाब में किसान आंदोलनकारी। (Photo Credit: Social Media)
पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ भगवंत मान सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर को मोहाली में हिरासत में लिया है, वहीं करीब 700 किसानों को हिरासत में लिया गया है। किसान और सुरक्षाबलों के बीच प्रदर्शन स्थल खाली कराने को लेकर झड़प हुई। किसान दोनों जगहों पर 13 फरवरी 2024 से ही प्रदर्शन कर रहे थे।
हजारों की संख्या में पुलिसकर्मियों को दोनों जगहों पर तैनात किया गया है। पुलिस ने खनौरी बॉर्डर पर करीब 700 किसानों को हिरासत में लिया है, वहीं शंभू बॉर्डर पर भी 300 से ज्यादा किसान डटे हैं। खनौरी, संगरूर और पटियाला जिले के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाओं को रोका गया है।
शंभू-खनौरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग हटाए गए
शंभू बॉर्डर पर किसानों ने जो बैरिकेड्स बनाए थे, पुलिस ने उन्हें तोड़ दिया है। किसान नेताओं के खिलाफ हो रहे लगातार एक्शन के बाद अमृतसर-दिल्ली हाइवे पर बने टोल प्लाजा पर किसान जमा हो गए हैं। किसानों का कहना है कि उनकी नाराजगी जनता से नहीं, सरकार से है।
#WATCH | Police yesterday demolished the tents erected by farmers at the Punjab-Haryana Shambhu Border, where they were sitting in protest over their various demands. pic.twitter.com/2RorWbANC9
— ANI (@ANI) March 20, 2025
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पुलिस ने क्या-क्या किया है?
- शंभू और खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन स्थल खाली हो चुके हैं।
- बैरिकेड्स, गाड़ियों और अस्थाई निर्माण को हटाया जा चुका है।
- एक साल से ब्लॉक सड़कों को खोल दिया गया है।
- ट्रॉली और दूसरी गाड़ियों को हटाने के बाद इस सड़क को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
VIDEO | DIG Patiala Range Mandeep Singh speaks on the detention of farmer leaders earlier today.
— Press Trust of India (@PTI_News) March 19, 2025
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/Jrphmf1MXO
किसानों का क्या कहना है?
किसान नेता गुरमनीत सिंह मंगत ने कहा है कि सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह दल्लेवाल सहित कई किसान नेताओं को मोहाली में हिरासत में लिया गया है। किसान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाले केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल से मिलने के बाद शंभू विरोध स्थल पर जा रहे थे।
#WATCH | Visuals from the Haryana—Punjab Shambhu Border, where Haryana Police is removing concrete barricades erected to restrict farmers' movement further from where they were sitting in a protest over various demands.
— ANI (@ANI) March 20, 2025
Yesterday, late in the evening, Punjab police removed the… pic.twitter.com/hkqyUodLEO
पंजाब सरकार क्या कह रही है?
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने किसानों पर हुए ऐक्शन को लेकर कहा है कि सड़कें बंद होने से उद्योग और व्यापार पर असर पड़ा है। सरकार की प्राथमिकता रोजगार है, रोजगार तभी मिल सकता है, जब अनुकूल स्थितियां हों।
VIDEO | Here's what Punjab Cabinet Minister S Laljit Singh Bhullar said on farmers issue.
— Press Trust of India (@PTI_News) March 19, 2025
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/LSBu8aptB2
केंद्र सरकार क्या कह रही है?
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने किसान नेताओं की हिरासत की निंदा की है। पंजाब में AAP सरकार पर केंद्र और किसानों के बीच चल रही बातचीत को रोकने का आरोप लगाया है।
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कब से चल रहा है प्रदर्शन?
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी किसान पिछले साल 13 फरवरी धरने पर बैठे हैं। किसान पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर हैं। शंभू से अंबाला की सीमाएं लगती हैं, वहीं खनौरी से संगरूर और जींद की। किसान आंदोलन अब खत्म होता नजर आ रहा है।
#WATCH | Haryana Police uses bulldozers to remove concrete barricades erected at Haryana - Punjab Shambhu Border to restrict farmers' movement further from where they were sitting on a protest over various demands.
— ANI (@ANI) March 19, 2025
Yesterday, late in the evening, Punjab police removed the… pic.twitter.com/Ma5SPYwT9m
किसानों की मांग क्या है?
किसान अपनी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी चाहते हैं। किसानों की मांग है कि लखीमपुर खीरी हिंसा और किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस हों, किसानों को पेंशन मिले, कर्जमाफी हो, सस्ती बिजली मिले।
#WATCH | Punjab: Security strengthened at Punjab-Haryana Khanauri Border
— ANI (@ANI) March 20, 2025
Yesterday, late in the evening, Punjab police removed the farmers from the protesting site, temporary structures erected by them were also removed pic.twitter.com/VNYb6RQJ3F
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बातचीत का क्या हल निकल सकता है?
चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्र सरकार का केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल जुटा था। यह चर्चा, बिना किसी समाधान के खत्म हो गई। 3 घंटे तक बैठक चली। बैटक के बाद कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। चर्चा सकारात्मक और रचनात्मक तरीके से हुई। बातचीत जारी रहेगी। अगली बैठक 4 मई को होगी।' इस बैठक से पहले ही पंजाब सरकार ऐक्शन मोड में नजर आई है।
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