राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए 4 सदस्यों नए सदस्यों को मनोनीत किया है। राष्ट्रपति ने 4 नामों की सिफारिश की है, जिनमें उज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला, मीनाक्षी जैन और सदानंद मास्टर शामिल हैं। उज्वल निकम देश के जाने-माने वकील हैं। 26 नवंबर 2008 में हुए मुंबई हमलों से जुड़े केस में वह सरकारी वकील रह चुके हैं। अजमल कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाने में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है। केरल के शिक्षाविद् सी सदानंद, पूर्व विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला और इतिहासकार मीनाक्षी जैन को भी राष्ट्रपति ने नामांकित किया है।
नामांकन पूर्व मनोनीत सदस्यों के रिटायर होने के बाद खाली हुई जगहों को भरने के लिए किए जा रहे हैं। उज्वल निकम ने कई हाई-प्रोफाइल आपराधिक मामलों में अपनी मौजूदगी की वजह से सुर्खियां बिटोरी हैं। वह देश के सबसे चर्चित वकीलों में से एक हैं, वहीं सी सदानंदन मस्ते सामाजिक कार्यकर्ता हैं और शिक्षा के क्षेत्र में अपने अतुलनीय योगदान की वजह से जाने जाते हैं। हर्ष वर्धन श्रृंगला डिप्लोमेट रहे हैं, भारत के लिए कूटनीतिक प्रस्तावों को तैयार करने में उनकी अहम भूमिका रही है। मीनाक्षी जैन अपने ऐतिहासिक शोध और लेखन के लिए देशभर में जानी जाती हैं।
कौन हैं राज्यसभा के लिए नामांकित होने वाली 4 हस्तियां
उज्वल निकम: उज्लव निकम देश के जाने-माने वकील हैं। वह कई हाई प्रोफाइल मामलों में वकील हैं। साल 1993 के मुंबई बम विस्फोट, गुलशन कुमार मर्डर केस, प्रमोद महाजन हत्याकांड और कोपर्डी रेप केस जैसे हाई-प्रोफाइल केसों में वह सरकारी वकील रह चुके हैं। उनका करियर 3 दशक का हो गया है। साल 2024 में बीजेपी ने उन्हें मुंबई उत्तर मध्य से लोकसभा उम्मीदवार बनाया था। वह कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़ से चुनावी मैदान में हार गए थे। साल 2016 में उन्हें पद्मश्री मिला। अब उन्हें राज्यसभा भेजा जा रहा है।
उज्वल निकम के चर्चित मुकदमे
- मुंबई बम ब्लास्ट केस: साल 1993 में उज्वल निकम ने टाडा कोर्ट में बतौर विशेष अभियोजक शुरुआत की। अबू सलेम, करीमुल्लाह शेख को उम्रकैद दिलाने में अहम भूमिका।
- गुलशन कुमार मर्डर केस: साल 1997 में गुलशन कुमार की हत्या हुई। संगीतकार नदीम अभियुक्त हैं, कभी भारत नहीं लौटे।
- प्रमोद महाजन हत्या: बीजेपी नेता की हत्या उनके भाई प्रवीण ने की थी। प्रवीण महाजन को उम्र कैद मिली है।
- 26/11 मुंबई हमला: साल 2008 में अजमल कसाब इकलौता जिंदा पकड़ा गया आतंकी था। उज्वल निकम इस केस में वकील थे। आतंकी अजमल कसाब को फांसी दिलाने में उनकी अहम भूमिका थी।
- शक्ति मिल्स गैंगरेप: साल 2013 के इस केस में पांच अभियुक्तों में तीन को मौत की सजा सुनाई गई।
सी सदानंद मास्टर
सी सदानंद मास्टर शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। शिक्षा और सामाजिक सुधार के क्षेत्र में उन्होंने अहम भूमिका निभाई है। वह केरल से हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के प्रसार और गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने के लिए वह कई सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल रहे हैं। उन्होंने स्कूलों की स्थापना की, शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया, सामाजिक जागरूकता के लिए कैंपेन चलाए। साल 1994 में, CPM के पूर्व सहयोगियों ने वैचारिक विश्वासघात के लिए उनकी टांगें काट दीं। वह मार्क्सवाद से दूरी बनाकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर चले गे थे। उन्होंने अपने गांव में संघ की शाखा शुरू की तो उन पर हमला हो गया। वह तो जिंदा बच गए लेकिन उन्होंने पैर गंवा दिया। साल 2006 तक लंबा कोर्ट केस चला, फिर आरोपियों को सजा मिली।
हर्षवर्धन श्रृंगला
हर्षवर्धन श्रृंगला देश के चर्चित भारतीय राजनयिक हैं। हर्षवर्धन जनवरी 2020 से अप्रैल 2022 तक भारत के विदेश सचिव रहे हैं। वह साल 1984 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए थे। वह संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, बांग्लादेश, और थाईलैंड जैसे देशों में तैनात रह चुके हैं। वह भारत के G20 शेरपा भी रहे। दुनिया के सामने उन्होंने मजबूती से भारत का पक्ष रखा था।
डॉ. मीनाक्षी जैन
देश की चर्चित इतिहासकार हैं। उन्होंने मध्यकालीन और औपनिवेशिक भारत के इतिहास पर शोध किया है। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में इतिहास की प्रोफेसर रही हैं। वह भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद की सीनियर फेलो भी रह चुकी हैं। उनकी कई किताबें बेस्ट सेलर रहीं। साल 2020 में साहित्य और शिक्षा में उल्लेखनीय काम करने की वजह से उन्हें पद्म श्री पुरस्कार दिया गया था।
मीनाक्षी जैन की चर्चित किताबें
- राम एंड अयोध्या (2013)
- सती: इवेंजेलिकल्स, बैपटिस्ट मिशनरीज (2016),
- फ्लाइट ऑफ डीटीज एंड रिबर्थ ऑफ टेम्पल्स (2019)
- विश्वनाथ राइजेज एंड राइजेज: द स्टोरी ऑफ इटर्नल काशी (2024)