मौसम विभाग ने मंगलवार को उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बीच अचानक बाढ़ की चेतावनी जारी की है। चेतावनी के बीच हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को भारी बारिश हुई, जिसकी वजह से राज्य में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश के चलते रेल सेवा स्थगित कर दी गई, छह राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 1,311 सड़कें ट्रैफिक के लिए बंद कर दी गईं और स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है।
स्थानीय मौसम विभाग ने आज के लिए राज्य के कुछ इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है और अगले दिन भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया। राज्य के मंडी में 289 सड़कें, शिमला में 241, चंबा में 239, कुल्लू में 169 और सिरमौर जिले में 127 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं।
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हिमाचल में स्कूल और कॉलेज बंद
सोमवार को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत नौ जिलों के स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया गया था। मंगलवार को शिमला, कांगड़ा, सिरमौर, ऊना, बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, लाहौल एवं स्पीति और सोलन जिलों के अलावा कुल्लू जिले के बंजार, कुल्लू एवं मनाली उपमंडल में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहे।
मौसम एजेंसी ने अपने बयान में कहा, 'आईएमडी बाढ़ की चेतावनी! अगले 24 घंटों में उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ का जोखिम होने की उम्मीद है।'
उत्तराखंड में भी स्थिति खतरनाक
इस बीच उत्तराखंड में भी मंगलवार को मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी रहा। मौसम विभाग ने देहरादून, चंपावत, नैनीताल और ऊधम सिंह नगर जिलों में तीव्रत से अति तीव्र स्तर की बारिश होने की चेतावनी जारी की है। इन जिलों में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। राज्य में अधिकांश नदियां उफान पर हैं। गंगा और उसकी सहायक नदियां जैसे मंदाकिनी और अलकनंदा समेत कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर चला गया है।
राज्य में 12वीं कक्षा तक के स्कूल बंद
देहरादून समेत कई जिलों में पहली से 12वीं कक्षा तक के स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र मंगलवार को बंद रखे गए। वहीं, चारधाम यात्रा को भी पांच सितंबर तक स्थगित कर दिया गया है, क्योंकि आगामी दिनों में भी इसी तरह का मौसम रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में नैनीताल जिले में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई। जिले के हल्द्वानी में 116.6 मिलीमीटर, छोरगलिया में 118 मिलीमीटर, नैनीताल शहर में 114 मिलीमीटर, मुक्तेश्वर में 98.4 मिलीमीटर, ऊधम सिंह नगर के खटीमा में 92.5 मिलीमीटर, बेतालघाट में 85 मिलीमीटर, मुनस्यारी में 82.4 मिलीमीटर और पिथौरागढ़ में 74.1 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
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दिल्ली-एनसीआर में मौसम का हाल
दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को दिनभर बादल छाए रहे। साथ ही दिल्ली के कई इलाकों, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग ने अपने नए अपडेट कहा है कि आने वाले घंटों में दिल्ली के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है, हालांकि दिल्ली में अब तक कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।

इस बीच भारी बारिश के चलते प्रशासन ने नोएडा और गाजियाबाद के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूल की छुट्टी कर दी है। गुरुग्राम में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया था, स्कूलों और कॉलेजों को दिन भर के लिए ऑनलाइन क्लास शुरू करने की सलाह दी गई और कार्यालयों को कर्मचारियों के लिए घर से काम करने की व्यवस्था पर विचार करने के लिए कहा गया था।
जम्मू-कश्मीर में उफान पर नदियां
मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने अनंतनाग, डोडा, कठुआ, किस्तवाड़, कुलगाम, पुंछ, रामबन, रियासी, उधमपुर जिलों के लिए अलर्ट जारी किया। लगातार भारी बारिश की वजह से यहां की नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। जम्मू में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। भेप डैम से पानी छोड़े जाने के बाद चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ गया है। मौसम विभाग ने कहा, 'जनता को सलाह दी जाती है कि वे नदी के किनारों और आसपास के नालों के इलाकों में न जाएं। सुरक्षा सर्वोपरि है, कृपया सतर्क और सावधान रहें।'
क्षेत्रीय मौसम विभाग ने 2 और 3 सितंबर को जम्मू संभाग के अधिकांश हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। जम्मू-कश्मीर के सभी सरकारी और निजी स्कूल आज बंद रहेंगे। वहीं, जम्मू के रियासी जिले में माता वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा मंगलवार को लगातार आठवें दिन भी स्थगित रही, जिससे कटरा आधार शिविर और गुफा मंदिर तक का मार्ग पूरी तरह सूना दिखाई दिया।