76वें गणतंत्र दिवस से ठीक चार दिन पहले नौसेना ने लेफ्टिनेंट कमांडर साहिल अहलूवालिया के नेतृत्व में मेगा परेड किया। यह टुकड़ी राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा में नौसेना की महत्वपूर्ण भूमिका की एक झलक पेश कर रही है। इस बार नौसेना रकी मार्चिंग टुकड़ी में 144 युवा अधिकारी और नाविक शामिल होंगे जो 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करते हुए 'मिनी इंडिया' का प्रतीक बनेंगे।
झांकी के माध्यम से नौसेना की शक्ति का प्रदर्शन
इस गणतंत्र दिवस में नौसेना की झांकी में भारत की समुद्री शक्ति और इसके विकास में नौसेना की भूमिका को दर्शाया जाएगा। इसमें INS सूरत, INS नीलगिरी और INS वाघशीर शामिल होंगे। यह झांकी नौसेना की बहुआयामी क्षमताओं और भारत के समुद्री भविष्य को आकार देने में उसके योगदान को उजागर करेगी।
नौसेना बैंड में पहली बार 6 महिला सिंगर
इस साल की परेड हर मायने में ऐतिहासिक रहेगी क्योंकि नौसेना बैंड में पहली बार 6 महिला सिंगर को शामिल किया गया हैं जो अग्निवीर हैं। पहली बार पारंपरिक बाधाओं को तोड़ते हुए ऐसा करेंगी। 80 संगीतकारों वाला यह बैंड सामंजस्य और व्यावसायिकता का प्रतीक, समकालिक रचनाएं प्रस्तुत करेगा।
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पहली बार तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी
इसके अलावा 76वें गणतंत्र दिवस परेड के दौरान पहली बार तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी कर्त्तव्य पथ पर दिखाई जाएगी। झांकी में तीनों सेनाओं के बीच नेटवर्किंग और कम्युनिकेशन की सुविधा प्रदान करने वाला एक ज्वाइंट ऑपरेशन रूम दिखाया जाएगा। इसमें स्वदेशी अर्जुन मुख्य युद्धक टैंक, तेजस एमकेआईआई लड़ाकू विमान, हल्के हेलीकॉप्टर, आईएनएस विशाखापत्तनम और एक रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट के साथ जमीन, पानी और हवा में समन्वित संचालन का प्रदर्शन किया जाएगा, जो बहु-क्षेत्रीय संचालन में तीनों सेनाओं के तालमेल को दर्शाता है।