ऋतुजा राजगे आत्महत्या मामले में बीजेपी विधायक गोपीचंद पडलकर ने मंगलवार को एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी का धर्मांतरण करवाता है और कोई और व्यक्ति उसका 'सैराट' कर देता है तो वह उसे 11 लाख रुपये देंगे। सैराट से उनका इशारा सैराट मूवी से था जिसमें ऑनर किलिंग के लिए सैराट शब्द का प्रयोग किया गया है।
इसी महीने 6 जून को 28 साल की गर्भवती महिला ऋतुराज राजगे ने महाराष्ट्र के सांगली जिले में आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में उनके ससुराल वालों पर धार्मिक परिवर्तन के लिए दबाव डालने और मानसिक उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगा है। इस घटना ने पूरे इलाके में गुस्सा और आक्रोश फैला दिया है, और पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
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क्या है पूरा मामला?
ऋतुजा की हाल ही में शादी हुई थी। उनके परिवार का कहना है कि शादी के बाद से उनके पति और ससुराल वाले उन पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव डाल रहे थे। ऋतुजा ने अपने मायके वालों को बताया था कि उसे बार-बार धमकियां दी जा रही थीं और ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा था।
पुलिस के मुताबिक, ऋतुजा ने एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने अपने पति और ससुराल के दो अन्य लोगों द्वारा किए गए उत्पीड़न किए जाने का जिक्र किया। इस नोट के आधार पर पुलिस ने तीन लोगों को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पति गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की और रुतुजा के पति और ससुराल के दो अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस मामले में कोई बाहरी संगठन या समूह शामिल था, जो धार्मिक परिवर्तन के लिए दबाव डाल रहा था।
बीजेपी विधायक गोपीचंद पडलकर ने कहा, 'जो कोई भी (धार्मिक) परिवर्तन का काम करता है, अगर हमारे लोग उसका 'सैराट' (फिल्म 'सैराट' का जिक्र करते हुए, जिसने ऑनर किलिंग की समस्या को दिखाया था) करते हैं, तो मैं खुद 11 लाख रुपये का इनाम दूंगा।' उनके इस बयान ने विवाद को और बढ़ा दिया है।
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लोगों में गुस्सा
इस घटना के बाद स्थानीय हिंदू समुदाय में गुस्सा फैल गया है। कई सामाजिक संगठन और महिला अधिकार समूह सड़कों पर उतर आए हैं और इस मामले की पूरी जांच की मांग कर रहे हैं। लोग चाहते हैं कि दोषियों को सख्त सजा दी जाए और धार्मिक स्वतंत्रता और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए मजबूत कानून बनाए जाएं।