राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) का नया कार्यालय अब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी खुल गया है। संघ ने इस इमारत का नाम 'केशव कुंज' रखा है। 3.75 एकड़ में बनी यह इमारत 12 मंजिला है। 300 रूम और दफ्तरों वाली इस बिल्डिंग में गजब की नक्काशी की गई है। जगह-जगह स्वास्तिक के चिह्न बने हैं।
मुख्यालय के 3 हिस्से हैं। इन्हें साधना, प्रेरणा और अर्चना नाम दिया गया है। संघ के इस प्रोजेक्ट पर कुल 150 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसे तैयार करने के लिए 75 से ज्यादा लोग आए, उन्होंने आर्थिक मदद की। संघ की इस इमारत में बैठकें आयोजित की जाएंगी। यह मुख्यालय, बीजेपी के मुख्यालय से भी बड़ा है। यहां संघ सेवकों की ट्रेनिंग भी होगी।
बिल्डिंग की खासियत क्या है?
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का नया दफ्तर नई दिल्ली में बनकर तैयार है। इस बिल्डिंग में ऑडिटोरियम है, पुस्तकालय हैं, अस्पताल हैं, भगवान हनुमान का मंदिर है। कई दफ्तर हैं। दिलचस्प बात यह है कि इस बिल्डिंग में लोगों का पैसा लगा है। इस बिल्डिंग में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा, बैठकों होंगी।
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संघ का इतिहास, हिंदुत्व से जुड़ी किताबों को भी यहां रखा गया है। हिंदुत्व पर शोध करने वाले लोगों को यहां किताबें पढ़ने को मिलेंगी। संघ की ये बिल्डिंग बेहद अत्याधुनिक है। ऑडिटोरियम में सैकड़ों लोगों को बैठने की जगह बनाई गई है।
हेडक्वार्टर में 5 बेडों का एक अस्पताल है, मेडिकल केयर की सुविधा है, बड़े लॉन हैं और आराम करने की जगहें हैं। झंडेवालान में संघ का मुख्यालय बनाया गया है। इस इमारत में कई कॉन्फ्रेंस हॉल भी तैयार किए गए हैं।
साधना, प्रेरणा और अर्चना में खास क्या है?
साधना में संघ का दफ्तर होगा, अर्चना और प्रेरणा रेजीडेंशियल कॉप्लेक्स है। यहां खुली जगहें हैं, सुंदर लॉन बनाए गए हैं और संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार की प्रतिमा बनाई गई है। यहां हर दिन शाखा लगाई जाएगी। यहां 135 से ज्यादा कारें खड़ी की जा सकती हैं। जरूरत पड़ने पर 270 कारें भी बिल्डिंग में आ सकती हैं।
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पहले कहां से चलता था संघ का कामकाज?
दिल्ली में संघ का काम-काज पहले उदासीन आश्रम से चलता था। यह दफ्तर भी झंडेवालान में ही है। संघ के मुख्यालय में करीब 1300 लोग एक साथ बैठ सकते हैं। एक ऑडिटोरियम का नाम अशोक सिंघल के नाम पर रखा गया है। राजस्थान और गुजरात के पारंपरिक कलाकृतियों से प्रभावित इस दफ्तर में कई बातें अनोखी हैं।
यहां 1 हजार से ज्यादा ग्रेनाइट फ्रेम का इस्तेमाल किया गया है। केशव कुंज में मेस, कैंटीन, लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम और हाल जैसी सुविधाएं हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत 19 फरवरी को नए मुख्यालय में कार्यकर्ता सम्मेलन की मेजबानी करेंगी।