logo

ट्रेंडिंग:

भारत में खुल गया साउथैम्पटन यूनिवर्सिटी का कैंपस, एडमिशन कैसे होगा?

साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी भारत में UGC के नए नियमों के तहत अपना कैंपस खोलने वाली पहली विदेशी यूनिवर्नेसिटी बन गई है। इस कैंपस में अगस्त 2025 से पहला बैच शुरू हो जाएगा।

Southampton University

साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी गुरुग्राम, Photo Credit: southampton

भारत से हर साल लाखों स्टूडेंट्स विदेश पढ़ने जाते हैं। दुनिया की टॉप 100 यूनिवर्सिटी में भारत की एक भी यूनिवर्सिटी नहीं है लेकिन अब दुनिया की एक टॉप यूनिवर्सिटी का कैंपस भारत में खुल रहा है। इंग्लैंड की मशहूर साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी का कैंपस गुरुग्राम में खुल गया है। यह यूनिवर्सिटी यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) के नियमों के तहत भारत में कैंपस खोलने वाली पहली विदेशी यूनिवर्सिटी बन गई है। इस यूनिवर्सिटी के उद्धघाटन समारोह में देश के शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी शामिल हुए। इस यूनिवर्सिटी में इसी साल एडमिशन शुरू हो गए हैं।

 

इंग्लैंड में लाखों भारतीय स्टूडेंट्स  पढ़ते हैं। साल 2023-24 में इंग्लैंड के संस्थानों में करीब 1.7 लाख स्टूडेंट्स पढ़ रहे थे। इंग्लैंड में पढ़ने वाले छात्रों के लिए अब साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी का इंडियन कैंपस एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत दुनियाभर में शिक्षा का केंद्र बनकर उभर रहा है। उन्होंने साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी का भारत में स्वागत किया और कहा कि यह भारत और इंग्लैंड के रिश्तों को और गहरा करेगा। 

 

यह भी पढ़े-- QS रैंकिंग: भारत की स्थिति सुधरी, IIT दिल्ली देश में नंबर 1

कौन-कौन से कोर्स कर सकेंगे?

साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी इसी साल अगस्त में अपना पहला शैक्षणिक सत्र शुरू करने वाली है। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। इस साल यूनिवर्सिटी चार अंडरग्रेजुएट कोर्स और दो पोस्टग्रेजुएट कोर्स शुरू करेगी।

अंडर ग्रेजुएट कोर्स

  • बैचलर ऑफ साइंस बिजनेस मैनेजमेंट (3साल)
  • बैचलर ऑफ साइंस अकाउंटिंग (3 साल)
  • बैचलर ऑफ साइंस फाइनेंस (3 साल)
  • बैचलर ऑफ साइंस कंप्यूटर साइंस (3 साल)
  • बैचलर ऑफ साइंस इकनॉमिक्स (3 साल) 

    पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स

  • मास्टर ऑफ साइंस - फाइनेंस (1 साल)
  • मास्टर ऑफ साइंस- इंटरनेशनल मैनेजमेंट (1 साल)

अभी तक यूनिवर्सिटी ने यह साफ नहीं किया है कि वह किस कोर्स में कितने बच्चों को रखेंगे लेकिन एक अनुमान है कि पहले बैच में सभी कोर्स को मिलाकर 170 स्टूडैंट्स इस कैंपस में पढ़ पाएंगे। 

 

यह भी पढ़ें-- UK में पढ़ने और कमाने का मौका, यंग प्रोफेशनल स्कीम के लिए करें आवेदन

जरूरी डॉक्यूमेंट

इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट चाहिए होंगे। इस कैंपस में एडमिशन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। इसके लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स नीचे दिए गए हैं- 

  • पर्सनल स्टेटमेंट
  • लेटर ऑफ रिकमेंडेशन
  • 10वीं, 12वीं सर्टिफिकेट
  •  ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट (मास्टर कोर्स के लिए)

कैसे होगा एडमिशन?

इस कैंपस में एडमिशन के लिए आधिकारिक वेबसाइट ( https://www.delhi.southampton.ac.uk/forms/apply-now/ ) पर आवेदन करना होगा। अगस्त के महीने में ही यह पूरी प्रक्रिया होगी। हालांकि, अभी तक यूनिवर्सिटी ने कोई भी आधिकारिक डेट और शेड्यूल जारी नहीं किया है। इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के इच्छुक छात्रों के लिए अच्छी खबर है कि इंग्लैंड कैंपस की तरह इस कैंपस में पढ़ने के लिए छात्रों को IELTS जैसे इंग्लिश भाषा के टेस्ट नहीं देने होंगे। 10वीं, 12वीं में इंग्लिश के नंबरों के आधार पर और इंटरव्यू के आधार पर ही छात्रों को एडमिशन दिया जाएगा। एडमिशन फॉर्म भरने के बाद इंटरव्यू के आधार पर छात्रों का चयन किया जाएगा। 

फीस और फैकल्टी

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बताया कि वह 75 से ज्यादा फुल टाइम फैकल्टी सदस्यों को रखेगी। यूनिवर्सिटी की फैकल्टी में कई इंग्लैंड,यूएस, जर्मनी, जापान, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में पढ़ा चुके अनुभवी प्रोफेसर शामिल होंगे। गुरुग्राम कैंपस में फीस कितनी होगी इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है। यूनिवर्सिटी के इंग्लैंड कैंपस में फीस 21 लाख से 38.5 लाख रुपये तक है। इस कैंपस में पढ़ाई करने वाले छात्रों को दुनिया की टॉप 100 यूनिवर्सिटी में शामिल साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी की डिग्री मिलेगी।

 

यह भी पढ़ें- DU के कोर्सेज, जिनमें आसानी से मिलता है एडमिशन, कटऑफ भी रहता है कम

भारत में खुलेंगी और विदेशी यूनिवर्सिटी

पिछले साल UGC ने साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी को भारत में कैंपस स्थापित करने की मंजूरी दे दी थी। साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी पहली विदेशी यूनिवर्सिटी बन गई है जिसने UGC के नए नियमों के तहत भारत में कैंपस खोला है।

 

UGC ने 2023 में नए नियम बनाए थे। इन नियमों के अनुसार, दुनिया की टॉप 100 यूनिवर्सिटी में शामिल यूनिवर्सिटी को भारत में अपना कैंपस खोलने, एडमिशन करने, फीस तय करने और पैसे अपने मुख्य कैंपस भेज सकती हैं। आने वाले कुछ सालों में दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटी भारत में कैंपस खोल सकती हैं।

Related Topic:#Career News#UGC

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap