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जिस 'अमोनिया' पर मचा बवाल वह आपकी सेहत के लिए कितनी नुकसानदायक?

यमुना नदी में अमोनिया का स्तर अधिक होने से लोगों में स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। ऐसे में अमोनिया आपकी सेहत के लिए कितना खतपरनाक है आइये समझें।

ammonia in water Delhi

यमुना नदी, Photo Credit: PTI

यमनुा में पानी पर तैरते जहरीले पानी के झाग की तस्वीरें या तो आप टीवी पर देख रहे हैं नहीं तो अखबारों के पन्नों पर छाए हुए है। छठ पर्व से लेकर चुनाव तक यह मुद्दा हमेशा से सुर्खियों में बना रहा कि कब यमुना साफ होगी? दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच यमुना की सफाई का मुद्दा अब ज्यादा गरमाता जा रहा है। मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि हरियाणा की ओर से यमुना में अत्याधिक अमोनिया वाला पानी छोड़ा जा रहा है। इसकी वजह से दिल्ली के 3 बड़े वाटर ट्रीटमेंट प्लांट वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला प्लांट बंद होने की कगार पर हैं। दरअसल, अमोनिया जैसा जहरीला प्रदूषक न केवल हमारी सेहत, बल्कि पानी की गुणवत्ता को भी खराब कर रहा हैं। 

 

बता दें कि अमोनिया को लंबे समय से एक हानिकारक पदार्थ माना जाता रहा है जो पानी की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। यह इतना भयावह है कि हम जो पानी पीते हैं वह अत्यधिक अशुद्ध हो जाता है और स्वास्थ्य के लिए चिंताजनक परिणाम पैदा कर सकता है। सवाल है कि आखिर अमोनिया किस तरह एक विनाशकारी जल प्रदूषक के रूप में नुकसान पहुंचा सकता है और अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाने चाहिए?

 

अमोनिया है क्या?

अमोनिया को एनएच3 (NH3) भी कहा जाता है। यह एक गंदा पर्दाथ है जो शरीर में प्रोटीन के पाचन के दौरान बनता है। यह एक रंगहीन गैस होती है, जिसकी गंध बहुत तेज और तीखी होती है। यह जल में आसानी से घुल जाती है और इसका उपयोग खाद, दवाओं, प्लास्टिक, विस्फोटक, और घरेलू क्लीनर बनाने में किया जाता है। अमोनिया के हाानिकारक प्रभाव भी बेहद खतरनाक होते है। अमोनिया के अधिक मात्रा में सांस लेने से यह आंखों, त्वचा और श्वसन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। आम तौर पर, अमोनिया को बढ़ते प्रदूषण के स्तर का संकेत माना जाता है और यह पानी के स्तर से ऊपर खतरनाक झाग का निर्माण कर सकता है। 

 

अमोनिया जल प्रदूषण का प्रमुख कारण क्यों है?

विषाक्त वायु प्रदूषण न केवल नागरिकों को सांस लेने में तकलीफ दे रहा है, बल्कि हमारे रोजाना इस्तेमाल किए जाने वाले पानी की गुणवत्ता को भी काफी हद तक खराब कर रहा है, जिसमें हम जो पानी पीते हैं वह भी शामिल है। ऐसी समस्या तब उत्पन्न होती है जब पानी में अमोनिया का स्तर अनुमानित सीमा से अधिक होता है, जैसा कि अभी है। अमोनिया का इतना जहरीला स्तर माना जाता है कि इसे रासायनिक रूप से शुद्ध नहीं किया जा सकता है और ऐसे में यह जल आपूर्ति को भी प्रभावित करता है। इसके अलावा, विशेषज्ञों का कहना है कि अमोनिया और अन्य ऐसे विषाक्त पदार्थ पूरे साल निकलते रहते हैं लेकिन सितंबर-दिसंबर के महीनों में यह समस्या और भी बदतर हो जाती है। 

 

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अमोनिया कैसे कर रहा आपका हेल्थ खराब?

अमोनिया का उच्च स्तर न केवल पानी की गुणवत्ता को खराब करता है बल्कि इसके सेवन से स्वास्थ्य को भी गंभीर नुकसान पहुंचता है। हवा या पानी के माध्यम से अमोनिया के किसी भी तरह के संपर्क से आपके स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

 

अमोनिया एक गंभीर न्यूरोटॉक्सिन और फेफड़ों में जहर की तरह फैल सकता है। आसान भाषा में समझें तो इसके संपर्क में आने पर यह मस्तिष्क में नर्वस सिस्टम को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। अमोनिया हवा में भी मौजूद हो सकता है, इसलिए यह स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है और प्रदूषण के लक्षण पैदा कर सकता है। एक बार आपने अमोनिया का सेवन किया तो यह रक्तप्रवाह से होकर गुजरेगा और मुख्य स्तर पर नर्वस सिस्टम को प्रभावित कर सकता है।

 

अगर अमोनिया वाला पानी पी लिया तो क्या होगा? 

  • अंगों में झुनझुनी, चक्कर आना
  •  आंखों या मुंह में जलन
  •  भूलने की संभावना बढ़ जाना
  •  याददाश्त, ध्यान में कमी
  • -गले में सूजन और जलन

हल्की या भारी मात्रा में अमोनिया का पानी पीने से क्या होगा?

अगर पानी में बहुत कम मात्रा में अमोनिया मिला हुआ है तो आपके गले में जलन हो सकती है। पेट में दर्ज या हल्की गैस्ट्रिक परेशानी हो सकती है। मुंह और गले में हल्की जलन महसूस हो सकती है। वहीं, अगर आपने भारी मात्रा में अमोनिया का पानी पी लिया तो इससे गंभीर पेट दर्द और उल्टी हो सकती है। चक्कर आने और कमजोरी महसूस हो सकती है। सांस लेने में परेशानी हो सकती हैं, क्योंकि अमोनिया गैस फेफड़ों को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर भी गिर सकता है और शरीर में टॉक्सिन बढ़ने से बेहोशी भी आ सकती है। 

खुद को कैसे रखें सुरक्षित?

वॉटर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें, क्योंकि यह पानी में मौजूद अमोनिया की छोटी मात्रा को प्रभावी ढंग से कम कर सकता है। इसके अलावा, अगर आपके क्षेत्र में पानी का स्तर गंभीर रूप से प्रदूषित है, तो पानी में घुलनशील अमोनिया को कम करने और पीने के पानी को डिटॉक्सीफाई करने के लिए क्लोरीन और क्लोरैमाइन का भी उपयोग कर सकते है। 

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