राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने बुधवार यानी 15 जनवरी को होने वाली विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) को टाल दिया है।
सोमवार को एक नोटिफिकेशन जारी करके एनटीए ने इस बात की जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक परीक्षा मकर संक्रांति और पोंगल के चलते टाला गया है।
कुछ दिनों पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर विभिन्न राज्यों में पोंगल और अन्य कृषि से जुड़े त्योहारों के कारण नेट परीक्षा को किसी और तारीख में करवाने का अनुरोध किया था।
त्योहारों के चलते टली परीक्षा
एजेंसी ने एक बयान में कहा, 'नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को 15 जनवरी 2025 को पोंगल, मकर संक्रांति और अन्य त्योहार के कारण यूजीसी-नेट दिसंबर 2024 परीक्षा को टालने का निवेदन प्राप्त हुआ है। उम्मीदवारों के हित में, एनटीए ने केवल 15 जनवरी 2025 को निर्धारित यूजीसी-नेट दिसंबर 2024 परीक्षा स्थगित करने का निर्णय लिया है।'
एनटीए ने आगे कहा कि 16 जनवरी को होने वाली परीक्षा तय कार्यक्रम के अनुसार ही होगी।
3 जनवरी से 16 जनवरी तक कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) मोड में 85 विषयों के लिए पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश, जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) प्रदान करने और सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति के लिए परीक्षा आयोजित की जा रही है।
17 विषयों के लिए होना था एग्जाम
15 जनवरी को 17 विषयों के लिए परीक्षा आयोजित की जानी थी, जिसमें जनसंचार और पत्रकारिता, संस्कृत, नेपाली, कानून, जापानी, महिला अध्ययन, मलयालम, उर्दू, कोंकणी, अपराध विज्ञान, लोक साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान और भारतीय ज्ञान प्रणाली शामिल हैं।
यूजीसी-नेट को पिछले साल भी स्थगित कर दिया गया था, क्योंकि शिक्षा मंत्रालय को इस बात की जानकारी मिली थी कि परीक्षा में बेईमानी के आसार लगे थे।